जयपुर /03.11.2015
“राजस्थान फ़ूड एंड ड्रग डिपार्टमेंट पूरी तरह भ्रष्टाचार में डूबा हुवा है । प्रदेश में अनियमिततायें लगातार उजागर हो रही है। वावजूद इसके औषधि नियंत्रण प्रशासन की नींद नहीं खुल रही। अगर ऐसा ही चलता रहा तो वो दिन दूर नहीं जब पान – ठेले में दवाइयाँ बिकनी शुरू हो जाएंगी” उक्त बातें राजस्थान स्टेट फार्मासिस्ट एसोसिएशन के प्रदेशाध्यक्ष सर्वेश्वर शर्मा ने स्वस्थ भारत डॉट इन से कही.
ओडिशा के ड्रग इंस्पेक्टर ने जयपुर में की छापेमारी
कल ही ओड़िशा के औषधि नियंत्रण विभाग ने जयपुर में छापेमारी की है। छापेमारी में करीब पचास लाख की नकली दवाइयों के जखीरे के साथ दवा बनाने वाली मशीनो को जब्त किया है । छापेमारी के पूर्व ओडिशा के ड्रग इंस्पेक्टरों की टीम ने ड्रग कंट्रोलर ए.के. जैन से मुलाकात कर दवा कंपनी के ठिकाने के बारे में बताया । ड्रग कंट्रोलर के माना की उनके पड़ोस में ही दवा कंपनी चल रही है। पहले तो दवा कंपनी ने छापेमारी दल को अंदर आने ही नहीं दिया काफी मसक्कत के बाद जब पुलिस पहुंची तो जांच का क्रम शुरू किया जा सका। जांच में दवा कंपनी अपना मैनुफेक्चर लायसेंस नहीं दिखा पाई। ओडिशा के ड्रग इंस्पेक्टरों की टीम की इस बड़ी करवाई ने राजस्थान ड्रग डिपार्टमेंट की कलई खोल कर रख दी है।
ड्रग कंट्रोलर की बर्खास्तगी की मांग
छापेमारी की खबर फैलते है प्रदेश के फार्मासिस्ट संगठन आक्रोशित हो गए और ड्रग कंट्रोलर समेत अधिकारीयों की बर्खास्तगी की मांग कर दी । राजस्थान स्टेट फार्मासिस्ट एसोसिएशन के प्रवक्ता देवेन्द्र शर्मा ने बताया की मुख्य सचिव और सूबे के स्वास्थ्य मंत्री को ड्रग कंट्रोलर की बर्खास्तगी हेतु लिखा जाएगा ।
लगातार हो रही छापेमारी
इधर मीडिया में खबर चलते ही पूरा महकमा रेस हो गया है प्रदेश भर में छापेमारी का दौर चल रहा है जयपुर, भरतपुर समेत कई जगहों से लगातार छापेमारी की खबरें मिल रही है । जहाँ एक तरफ ड्रग कट्रोल डिपार्टमेंट अपनी साख बचाने के लिए तबतोड़ छापेमारी कर रहा है वही दूसरी तरफ फार्मासिस्टों ने इसे फ़र्ज़ी व मीडिया स्टंट करार दिया है ।
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