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फार्मासिस्टों की छापेमारी से बिलासपुर में मचा हड़कंप

दवा के अवैध व्यापार के खिलाफ फार्मासिस्टों ने शुरू की पोल-खोल मुहिम

अपोलो फार्मासी बिना लाइसेंस की दवाइयां बेचते हुए पकड़ा गया

सिम्स में गैर प्रशिक्षित बांट रहे हैं दवाइयां, लोगों के स्वास्थ्य के साथ हो रहा है खिलवाड़

बिलासपुर/स्वस्थ भारत अभियान टीम

तो अब तो विश्वास करना पड़ेगा अपोलो फार्मासी भी गैरकानूनी है!
तो अब तो विश्वास करना पड़ेगा अपोलो फार्मासी भी गैरकानूनी है!

 
 
 
 
छत्तीसगढ़ के फार्मासिस्टों ने एक अनूठी पोल खोल मुहीम शुरू की है। औषधि नियंत्रण प्रसाशन (एफडीए) के टाल मटोल रवैये से नाराज होकर बिलासपुर के फार्मासिस्टों ने खुद ही फ़र्ज़ी व बगैर ड्रग लाइसेंस वाले मेडिकल दुकानों पर छापेमारी शुरू कर दी है ।  इसी क्रम में आज सुबह सबसे पहले फार्मासिस्ट सदर बाजार स्थित अपोलो फार्मासी पहुंचे जहाँ जांच में दवा दुकान का लाइसेंस नहीं पाया गया। वहीं दूसरी तरफ  डॉक्टर के प्रिस्क्रिप्सन की जगह डॉक्टर की सादी पर्ची में दवा दी जा रही थी! अपोलो के इस हरकत को देखकर वहां के मरीज सकते में आ गए। एक मरीज का अटेंडेंट ने अपना नाम नहीं छपने की शर्त पर बताया कि यह तो हम जैसे हजारों मरीजों के साथ धोखाधड़ी है।  यहां पर हम लाखों रुपये अपोलो ब्रांड के नाम खर्च करते हैं। हमें यह लगता है कि यहां पर दवाइयाँ कानूनी रूप से बेहतर मिलेंगी लेकिन यह स्थिति हमारे विश्वास पर गहरा धक्का है। सरकार को इस पर कार्रवाई करनी चाहिए।
ऐसे में क्या होगा देश का
ऐसे में क्या होगा देश का

दूसरी वहीं जब फार्मासिस्टों का दल बिलासपुर के सबसे बड़े सरकारी अस्पताल सिम्स  में छापेमारी करने पहुंचा तो वहां भी घोर अनियमितता पायी गयी। इतन बड़े अस्पताल का मेडिकल दुकान जिसे रेडक्रास चलाती है के यहाँ भी  गैर प्रशिक्षित लोग धड़ल्ले से दवाइयाँ बाँट रहे थे ! फार्मासिस्टों की इस छापेमारी में मीडिया भी साथ थी ! मीडिया को साथ देखकर अस्पताल प्रशासन में अफरा-तफरी का माहौल था। ध्यान रहे कि इसके पूर्व भी स्वस्थ भारत अभियान ने सिम्स में अप्रशिक्षितों द्वारा दवा ब्रिक्री किए जाने का मामला उठाया था। तब हमारे प्रतिनिधियों ने एक स्टिंग किया था और वह विडियो उस समय सोशल मीडिया पर बहुत वायरल हुआ था। इसके बाद भी अभी तक प्रशासन के कानों में जू नहीं रेंगी थी। फार्मासिस्टों के इस छापामारी से वहां के मरीज बहुत खुश नज़र आ रहे थे। ध्यान रहे यह वहीं बिलासपुर है जो पिछले दिनों नसबंदी कांड के कारण चर्चा में आया था। और आज भी इस कांड से प्रभावित लोग न्याय का बाट जोह रहे हैं।
इस छापेमारी के बारे में बताते हुए फार्मा एक्टिविस्ट बैभव शास्त्री ने स्वस्थ भारत अभियान को बताया कि जिले में अस्सी फीसदी से ज्यादा दवा की दुकान बगैर फार्मासिस्टों के चल रही हैं ! सैकड़ों की तादाद में बिलासपुर के निजी अस्पतालों में बगैर किसी ड्रग लायसेंस के दवा का भण्डारण और विक्री हो रहा है। ! औषधि प्रसाशन को कई बार लिखा गया परन्तु अबतक कोई कारवाही नहीं हुई ! औषधि नियंत्रण के अधिकारी, डॉक्टर संगठन और यहाँ के केमिस्ट एंड ड्रगिस्ट के बीच सांठ गांठ के कारण यहां के अवैध दवा कारोबार पर लगाम नहीं लग पा रहा है ! पोल खोल अभियान के बारे जब पूछा गया तो फार्मासिस्टों के कहा की पोल खोल मुहीम में केवल दवा माफिया ही नहीं भ्रष्ट ड्रग इंस्पेक्टरों और निजी नर्सिंग होम और अस्पताल मालिकों के काले कारनामे बेनकाब किये जायेगे ! फ़िलहाल सोशल मीडिया पर बिलासपुर के फार्मासिस्टों की पोल खोल मुहीम को खूब समर्थन मिल रहा है !
स्वस्थ भारत अभियान का समर्थन
स्वास्थ्य सुधार हेतु चलाए जा रहे पोल खोल मुहिम को स्वस्थ भारत अभियान अपना समर्थन देता है। इस तरह के किसी भी मुहिम का समर्थन स्वस्थ भारत अभियान देता रहा है। सच में अब जरूरत है इस तरह की मुहिमों की। जनता को भी अपने अधिकार को समझना होगा। 

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2 comments

Jitendra dara September 7, 2015 at 11:24 pm

Sir ji me bhi pharmacist hu. Muje ab tak lag rha tha ki hamne pharmacy karke galat rasta pe aa gye h isme koi future nhi h. 1500/ month pe license rent pe diya ja rha h.jodhpur PJSR team bhi isi rah par chal rhi h .ab muje pura confident h ki ham jodhpur rajasthan Me bhi badaw jarur layenge. Bas aap ka sath the…thanx all friends and senior ..,

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MOKBUL Hussain September 8, 2015 at 7:43 pm

I m also a pharmacist and I opened a pharmacy at goalpara Assam but there is also sem condition drug mafia doing their business and drug inspector do nothing

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