
70 दिनों की देशव्यापी यात्रा कर स्वस्थ भारत यात्री पहुंचे गाजियाबाद
• मेवाड़ इंस्टीट्यूट वंसुधरा गाजियाबाद में 8 अप्रैल को होगा चौथे चरण का समापन यात्री दल का स्वागत करेंगे मेवाड़ विश्वविद्यालय के डॉ. अशोक कुमार गदिया
• 16000 किमी की यात्रा तय कर पहुंचे स्वस्थ भारत यात्री, 21 राज्यों में किया 142 आयोजन, 1 लाख से ज्यादा लोगों से किया प्रत्यक्ष संवाद
• जनऔषधि, पोषण एवं आयुष्मान विषय को लेकर स्वस्थ भारत (न्यास) ने निकाली है यात्रा
गाजियाबाद/07.04.19
24 मार्च को बिहार के भागलपुर से शुरू स्वस्थ भारत यात्रा-2 के चौथे चरण का समापन उत्तरप्रदेश के गाजियाबाद के मेवाड़ इंस्टीट्यूट में 8 अप्रैल, 2019 को होगा। इस दौरान यात्री दल भागलपुर,पटना, मुजफ्फरपुर, छपरा, सीवान, गोपालगंज, भितिहरवा आश्रम, गोरखपुर, वाराणसी, प्रयागराज, लखनऊ, शाहजहांपुर, मुरादाबाद में कार्यक्रम करने के बाद गाजियाबाद पहुंचे हैं। 15 दिनों के इस चरण में कुल 31 आयोजन हुए। 70 दिनों में 21 राज्यों में 16000 किमी की यात्रा तय कर स्वस्थ भारत यात्री यहां पहुंचे हैं। इस दौरान 142 आयोजनों के माध्यम से यात्रियों ने 1 लाख से ज्यादा लोगों से स्वास्थ्य विषयक संवाद किया है।
जनऔषधि दिवस के अवसर पर 7 मार्च, 2019 से कोकराझाड़ (असम) से शुरू स्वस्थ भारत यात्रा-2 का तीसरा चरण सिलीगुड़ी में संपन्न हुआ था जबकि चौथा चरण विश्व टीवी दिवस के अवसर पर 24 मार्च को बिहार के भागलपुर से शुरू हुआ। तीसरे चरण में स्वस्थ भारत यात्रियों ने असम, मेघालय, त्रिपुरा, मणिपुर एवं नगालैंड का दौरा किया और 3500 किमी की अपनी यात्रा में यहां पर आयोजित 29 कार्यक्रमों के माध्यम से पूर्वोत्तर के लोगों को जनऔषधि, पोषण और आयुष्मान के बारे में जागरूक किया। तीसरे चरण में पांच राज्यों में जिन प्रमुख शहरों में यात्रा पहुंची उसमें कोकराझार, गुवाहाटी, शिलांग, करीमगंज, बदरपुर (असम), अगरतला, पानीसागर, शिलचर, इंफॉल, कोहिमा, दीमापुर और तेजपुर प्रमुख हैं।
मीडियाकर्मियों से बातचीत करते हुए स्वस्थ भारत के न्यास के चेयरमैन आशुतोष कुमार सिंह ने पूर्वोत्तर के अनुभव को साझा करते हुए कहा कि यहां के लोग बहुत ही मेहनती, ईमानदार एवं परोपकारी हैं। यहां की महिलाओं की मेहनत को रेखांकित करते हुए उन्होंने कहा कि पूर्वोत्तर की अर्थव्यवस्था की धूरी हैं यहां की महिलाएं। पूर्वोत्तर में खासतौर से वनवासी इलाकों में स्वास्थ्य को लेकर सघन जागरूकता अभियान चलाए जाने पर जोर देते हुए उन्होंने कहा कि सरकार की अच्छी-अच्छी योजनाओं का लाभ यहां के लोग नासमझी में नहीं उठा पाते हैं। ऐसे में यह जरूरी है कि लोगों को तबतक जागरूक किया जाए जब तक उनमें स्वास्थ्य की समझ विकसित नहीं हो जाती।
वरिष्ठ स्वास्थ्यकर्मी एवं स्वस्थ भारत (न्यास) के चेयरमैन आशुतोष कुमार सिंह के नेतृत्व निकली इस यात्रा में वरिष्ठ पत्रकार प्रसून लतांत, प्रियंका सिंह, शंभू कुमार, विवेक शर्मा, पवन कुमार एवं विनोद रोहिल्ला शामिल हैं।
यात्रा का दूसरा चरण नागपुर से शुरु हुआ था। नागपुर से सिलीगुड़ी तक पांच राज्यों, मध्यप्रदेश, छत्तीसगढ़, ओड़िशा, झारखंड और पश्चिम बंगाल में स्वस्थ भारत यात्रियों ने स्थानीय लोगों और जनऔषधि केन्द्रों के सहयोग से विभिन्न कार्यक्रमों को अंजाम दिया, इसके पहले चरण में यात्री दल ने दक्षिण भारत के सभी 7 राज्यों कर्नाटक, केरल, तमिलनाडू, पुदुचेरी, दमन, आन्ध्रप्रदेश और तेलांगना के अलावा गुजरात और महाराष्ट्र की यात्रा की, जिनमें पदयात्रा, कार रैली, बाइक रैली, विचार गोष्ठी, जनऔषधि केन्द्रों के उद्घाटन आदि कार्यक्रम उल्लेखनीय हैं। अब तक की यात्रा के क्रम में 142 आयोजन हुए हैं, जिनमें 21 दिनों के पहले चरण में 50 आयोजन हुए जबकि 15 दिनों के दूसरे चरण में 30 एवं 16 दिनों के तीसरे चरण में 29 एवं 15 दिनों के चौथे चरण में 31 आयोजन हुए। महात्मा गांधी के 150 वीं जयंती वर्ष पर गांधी जी के शहादत दिवस 30 जनवरी को उनके साबरमती स्थित साबरमती आश्रम से स्वस्थ भारत यात्रा-2 की शुरूआत हुई।
इस यात्रा को विभिन्न शैक्षणिक संस्थानों एवं गैर-सरकारी संस्थाओं का भरपुर समर्थन मिल रहा है। इस यात्रा में आमलोग भी भरपुर साथ दे रहे हैं। यात्री दल के साथ आम लोग पदयात्रा, बाइक यात्रा एवं सभा-संगोष्ठी का आयोजन कर रहे हैं।
स्वास्थ्य के क्षेत्र में 7 वर्षों से सक्रिय है स्वस्थ भारत
विगत 7 वर्षों से स्वास्थ्य एडवोकेसी के क्षेत्र में काम कर रहे स्वस्थ भारत (न्यास) ने महात्मा गांधी के 150 वीं जयंती वर्ष में उन्हें श्रद्धासुमन अर्पित करने की अनूठी पहल की है। संस्था ने गांधी को याद करते हुए स्वस्थ भारत अभियान के अंतर्गत स्वस्थ भारत के तीन आयामः जनऔषधि पोषण और आयुष्मान विषय पर देश की आम जनता को जागरूक करने का मैराथन संकल्प लिया है।
‘कंट्रोल मेडिसिन मैक्सिमम् रिटेल प्राइस’, ‘जेनरिक लाइए पैसा बचाइए’, ‘नो योर मेडिसिन’, तुलसी लगाइए रोग भगाइए’, ‘नो योर डॉक्टर नो योर फार्मासिस्ट’ एवं ‘स्वस्थ बालिका स्वस्थ समाज’ सहित दर्जनों जागरुकता अभियानों के माध्यम से लोगों को स्वास्थ्य के प्रति सचेत एवं जागरूक करने का न्यास ने प्रयास किया है।
संस्था ने ‘स्वस्थ बालिका स्वस्थ समाज’ विषय को लेकर 2017 में देशव्यापी स्वस्थ भारत यात्रा की। इस दौरान लाखों बालिकाओं से प्रत्यक्ष व अप्रत्यक्ष संवाद स्थापित कर बालिका स्वास्थ्य के मसले को एक दिशा एवं गति देने का काम किया है। इसी कड़ी में एक बार फिर से संस्था स्वस्थ भारत यात्रा-2 लेकर निकली है। इस यात्रा का ध्येय वाक्य है- ‘स्वस्थ भारत के तीन आयाम जनऔषधि, पोषण और आयुष्मान’।
यात्रा के सहयोगी
स्वस्थ भारत यात्रा के राष्ट्रीय संयोजक अनिल सौमित्र ने बताया कि इस यात्रा में तमाम सरकारी व गैर-सरकारी संस्थाओं का सहयोग एवं समर्थन मिल रहा है। ‘प्रधानमंत्री भारतीय जनऔषधि परियोजना’, ब्रेन बिहैवियर रिसर्च फाउंडेशन ऑफ इंडिया, मेवाड़ विश्वविद्यालय, कस्तूरबा हेल्थ सोसाइटी, स्पंदन, हीलिंग सबलाइम फाउंडेशन, सोशल रिफॉर्म्स एवं रिसर्च ऑर्गनाइजेशन, सर्च फाउंडेशन, हिन्दुस्थान समाचार समूह सहित तमाम जनसरोकारी गैर-सरकारी संस्थाओं, साइनोकेम फार्मास्यूटिकल्स लिमिटेड, क्योरटेक स्कीनकेयर, मस्कट हेल्थ सीरीज प्रा. लिमिटेड, और सनकेयर फार्मास्यूटिकल्स प्रा.लिमिटेड जैसी गुणवत्तायुक्त जेनरिक दवा बनाने वाली फार्मा कंपनियों के साथ-साथ देश के कई शिक्षण संस्थानों का सहयोग एवं समर्थन प्राप्त हो रहा है।
इस यात्रा में वरिष्ठ पत्रकार एवं इंदिरा गांधी कला केन्द्र के अध्यक्ष रामबहादुर राय, कनेरी मठ के श्री काडसिद्धेश्वर स्वामी जी, कर्नाटक हेल्थ इंस्टिट्यूट के प्रमुख और प्रख्यात चिकित्सक डाँ. घनश्याम वैद्य, वरिष्ठ शिक्षाविद एवं पूर्व प्रधानमंत्री चन्द्रशेखर की पदयात्रा के संयोजक रहे एचएन शर्मा, मेवाड़ विश्वविद्यालय के चेयरमैन अशोक गदिया, देश-दुनिया के जाने-माने हड्डी रोग विशेषज्ञ डॉ. अनुराग अग्रवाल, वरिष्ठ न्यूरो सर्जन डॉ. मनीष कुमार, वरिष्ठ ब्रेन एनालिस्ट डॉ. आलोक मिश्रा, वरिष्ठ पत्रकार अरविंद कुमार सिंह, उमेश चतुर्वेदी, ओमप्रकाश अश्क, ओमप्रकाश तिवारी सहित सैकड़ों पत्रकार मित्रों का सहयोग प्राप्त हो रहा है। इसके साथ ही लाइफ एवं वेलनेस कोच डॉ. अभिलाषा द्विवेदी, वरिष्ठ स्तंभकार शशांक द्विवेदी एवं स्त्री रोग विशेषज्ञ डॉ. ममता ठाकुर का विशेष मार्गदर्शन एवं सहयोग प्राप्त हो रहा है। स्वस्थ भारत के संरक्षक मंडल एवं मार्गदर्शक मंडल के वैचारिक सहयोग ने इस यात्रा को परिकल्पित करने में विशेष मदद की है।