नयी दिल्ली (स्वस्थ भारत मीडिया)। अब उन्नत वैक्सीन बनाने के लिए भारत बायोटेक और यूनिवर्सिटी ऑफ सिडनी इंफेक्शियस डिजीज इंस्टीट्यूट ने एक सहमति पत्र की घोषणा की। इस समझौते का उद्देश्य भविष्य में महामारी और संक्रामक रोगों से निपटने को लेकर नई चिकित्सा पद्धतियों की रचना करने के लिए मजबूत क्षेत्रीय और अंतर-संगठनात्मक सहयोग का निर्माण करना है।
उन्नत होगा चिकित्सा विज्ञान
मीडिया रिपोर्ट के अनुसार भारत बायोटेक ने कहा है कि इस समझौता का उद्देश्य टीके के विज्ञान और जैव चिकित्सा विज्ञान को उन्नत बनाने के लिए शिक्षा-उद्योग की ताकत का लाभ उठाना भी है। इसके कार्यकारी अध्यक्ष डॉ. कृष्णा एला ने कहा कि यह समझौता सहयोगात्मक अनुसंधान को सुविधाजनक बनाने, नवाचार को बढ़ावा देने और टीके की विज्ञान तकनीक को आगे ले जाने के लिए हमारी प्रकृति को दर्शाता है।
वैक्सीन सबसे किफायती तरीका
सिडनी आईडी के उपनिदेशक प्रोफेसर जेमी त्रिकास ने कहा कि दुनिया भर के अरबों लोगों की सुरक्षा के लिए टीका सबसे प्रभावी और किफायती तरीका है। उन्होंने कहा कि टीके का निर्माण संबंधी विकास संभावित रूप से लोगों को जीवन-घातक संक्रामक रोगों से बचाने और स्वास्थ्य क्षेत्र में बदलाव लाने का एक कारण बन सकता है।