नयी दिल्ली (स्वस्थ भारत मीडिया)। वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने बजट 2024 में कैंसर की तीन दवाओं पर सीमा शुल्क माफ़ करने का एलान किया है। इससे कैंसर की दवाओं की कीमत कम होगी और मरीजों को राहत मिलेगी। ये दवाएं हैं ट्रेस्टुजुमाब डिरूक्सटीकेन (trastuzumab deruxtecan), ओसिमर्टिनिब (Osimertinib) और डुर्वालुमैब (Durvalumab)। इन पर 10 फीसद सीमा शुल्क लग रहा है। इसके अलावा एक्सरे ट्यूब और फ्लैट पैनल डिटेक्टर पर भी आयात शुल्क हटाया गया है।
Trastuzumab deruxtecan
एक्सपर्ट बताते हैं कि ट्रास्टुजुमैब डेरेक्सटेकन सभी प्रकार के पॉजिटिव ब्रेस्ट कैंसर के इलाज में काम आती है। जब कैंसर शरीर के अन्य हिस्सों में भी फैल चुका होता है तो इसे एक एंटीबॉडी ड्रग के रूप में इस्तेमाल किया जाता है। इसे हरसेप्टिन नाम से भी जाना जाता है। इसके गैस्ट्रिक कैंसर में इस्तेमाल के लिए भी अध्ययन किया जा रहा है। यह दवा कैंसर मरीज को तीन हफ्ते में एक बार लेनी होती है। इसकी कीमत अनुमानित चार लाख रुपये तक आती है।
Osimertinib
इसी तरह ओसिमेर्टिनिव नॉन स्मॉल सेल लंग कैंसर में टार्गेटेड थेरेपी के रूप में इस्तेमाल होती है। यह दवा खासतौर पर ईजीएफआर इनहेबिटर्स पीढ़ियों के प्रति रेजिस्टेंट हो चुके कैंसर के खिलाफ बेहतरीन काम करती है। यह मरीज को रोजाना लेनी होती है। इसकी एक महीने की खुराकों की कीमत लगभग डेढ़ लाख रुपये तक है।
Durvalumab
तीसरी दवा है डुर्बालुमैव जो इम्यूनोथेरेपी ड्रग है। यह पीडी-एल1 प्रोटीन को ब्लॉक करके इम्यून सिस्टम को एक्टिव करने में मदद करती है। इसे नॉन स्मॉल सेल लंग कैंसर और ब्लैडर कैंसर के इलाज के लिए खासतौर पर तब इस्तेमाल किया जाता है जब शुरुआती इलाज असफल हो चुका होता है। यह दवा भी मरीज को 21 दिन में एक बार लेनी होती है। इसकी एक खुराक की अनुमानित कीमत ढाई लाख के आसपास है।