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जनऔषधि दिवस पर जागरूकता रथ रवाना

जनऔषधि दिवस पर जागरूकता रथ रवाना

नयी दिल्ली (स्वस्थ भारत मीडिया)। केंद्रीय स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्री जगत प्रकाश नड्डा ने 1 मार्च को प्रधानमंत्री भारतीय जन औषधि परियोजना के बारे में जानकारी देने वाले रथ और 10 अन्य वाहनों को हरी झंडी दिखाकर जन औषधि दिवस, 2025 के सप्ताह भर चलने वाले समारोह का उद्घाटन किया। इस अवसर पर केंद्रीय स्वास्थ्य राज्य मंत्री सुश्री अनुप्रिया पटेल और फार्मास्युटिकल्स विभाग के सचिव अमित अग्रवाल भी उपस्थित थे।

जनऔषधि को जन आंदोलन बनाया जाए

ध्वजारोहण समारोह के दौरान उपस्थित जनसमूह को संबोधित करते हुए श्री जगत प्रकाश नड्डा ने देश के नागरिकों से सरकार की इस महान परियोजना के बारे में व्यापक जागरूकता के लिए इन कार्यक्रमों में भाग लेने का आग्रह किया ताकि जन-औषधि के लिए एक जन-आंदोलन बनाया जा सके। सुश्री अनुप्रिया पटेल ने भी उपस्थित लोगों को संबोधित किया और 7 वें जन औषधि दिवस के उपलक्ष्य में देशभर में आयोजित होने वाले सात दिवसीय सप्ताह भर के कार्यक्रमों के बारे में संक्षिप्त जानकारी दी।

मकसद जेनेरिक दवाओं को बढ़ावा देना

गौरतलब है कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की पहल पर, इस योजना के बारे में जागरूकता बढ़ाने और जेनेरिक दवाओं को बढ़ावा देने के उद्देश्य से हर साल 7 मार्च को “जन औषधि दिवस” के रूप में मनाया जाता है। पिछले वर्षों की तरह 1 से 7 मार्च 2025 तक देश भर में विभिन्न स्थानों पर सप्ताह भर चलने वाले कार्यक्रमों की योजना बनाई गई है। पहले दिन जिन वाहनों को हरी झंडी दिखाई गई है, वे राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र (NCR) में PMBJP के बारे में जानकारी का प्रसार करेंगे।

जनऔषधि केंद्रों की संख्या 15 हजार हुई

सभी को किफायती दामों पर गुणवत्तापूर्ण जेनेरिक दवाइयाँ उपलब्ध कराने के उद्देश्य से, भारत सरकार के रसायन एवं उर्वरक मंत्रालय के फार्मास्यूटिकल्स विभाग द्वारा प्रधानमंत्री भारतीय जन औषधि परियोजना (PMBJP) शुरू की गई। इस योजना के तहत, जेनेरिक दवाइयाँ उपलब्ध कराने के लिए जन औषधि केंद्र (JAK) के रूप में जाने जाने वाले समर्पित आउटलेट खोले जाते हैं। 28 फरवरी 2025 तक देश भर में 15000 जन औषधि केंद्र (JAK) खोले जा चुके हैं। पीएमबीजेपी के उत्पाद समूह में 2047 दवाइयां और 300 सर्जिकल उपकरण शामिल हैं, जो ब्रांडेड दवाओं की तुलना में खुदरा दुकानों पर 50ः से 80ः सस्ते दामों पर बेचे जाते हैं।

लक्ष्य 25 हजार केंद्र खोलने का

PMBJP के तहत सरकार ने 31 मार्च, 2027 तक पूरे देश में 25000 जेएके खोलने का लक्ष्य रखा है। मार्च, 2025 तक 15000 JAK खोलने का लक्ष्य PMBJP द्वारा 31.01.2025 को ही हासिल कर लिया गया है। दवाओं की बड़ी श्रेणी को कवर करने के लिए, एंटीबायोटिक्स और एंटी-इंफेक्टिव्स, एंटी-कैंसर, एंटी-डायबिटिक्स, कार्डियोवैस्कुलर ड्रग्स, एनाल्जेसिक और एंटीपायरेटिक, एंटी-एलर्जिक, गैस्ट्रो-इंटेस्टाइनल एजेंट, विटामिन और मिनरल्स, फूड सप्लीमेंट्स/न्यूट्रास्युटिकल्स, टॉपिकल मेडिसिन आदि जैसे 29 प्रमुख चिकित्सीय समूहों को पीएमबीजेपी बास्केट में शामिल किया गया है। इसके अलावा, मास्क, आर्थाेपेडिक रिहैबिलिटेशन उत्पाद, सर्जिकल ड्रेसिंग, सिरिंज और सुई, सैनिटरी नैपकिन, टांके, डायपर, रबर के दस्ताने, ऑक्सीमीटर, रैपिड एंटीजन टेस्ट किट आदि जैसे 300 सर्जिकल उपकरण और उपभोग्य वस्तुएं भी पीएमबीजेपी बास्केट के तहत शामिल की गई हैं।

जनऔषधि से अब तक 7350 करोड़ की बचत

मालूम हो कि 2023-24 में, PMBJP ने 1470 करोड़ रुपये (MRP पर) की बिक्री की है, जिससे नागरिकों को लगभग 7350 करोड़ रुपये की बचत हुई है। चालू वित्तीय वर्ष यानी 2024-25 में, PMBJP ने 28 फरवरी 2025 तक 1760 करोड़ रुपये (MRP पर) की बिक्री की है। पिछले 10 वर्षों में केंद्रों की संख्या में 180 गुना वृद्धि हुई है और बिक्री भी 200 गुना से अधिक बढ़ी है। कुल मिलाकर, पिछले 10 वर्षों के दौरान, इस नेक योजना के कारण नागरिकों के लिए लगभग 30,000 करोड़ रुपये की कुल बचत संभव हुई है।

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