नयी दिल्ली (स्वस्थ भारत मीडिया)। प्रयागराज महाकुंभ में श्रद्धालुओं, तीर्थयात्रियों और आगंतुकों के लिए आयुष ओपीडी, क्लीनिक, स्टॉल और सत्र प्रमुख आकर्षण का केंद्र बन कर उभर रहे हैं। आयुष मंत्रालय ने राष्ट्रीय आयुष मिशन, उत्तर प्रदेश के सहयोग से इस महाकुंभ में आयुष सुविधाओं की एक श्रृंखला की व्यवस्था की है, जिसमें घरेलू और अंतरराष्ट्रीय श्रद्धालुओं को निशुल्क स्वास्थ्य सेवाएं दी जा रही हैं। इन सुविधाओं पर अब तक 1.21 लाख से अधिक श्रद्धालुओं ने लाभ उठाया है।
योग सत्र का प्रतिदिन आयोजन
महाकुंभ में आयुष टीम में 20 ओपीडी में 80 डॉक्टर शामिल हैं, जो चौबीस घंटे लगातार चिकित्सा सेवाएं दे रहे हैं। विदेशी श्रद्धालु भी ओपीडी परामर्श सहित आयुष सेवाओं का उपयोग कर रहे हैं। इसके अलावा संगम क्षेत्र और सेक्टर-8 में निर्धारित शिविरों में प्रतिदिन चिकित्सीय योग सत्र आयोजित किए जा रहे हैं, जिनका नेतृत्व दिल्ली के मोरारजी देसाई राष्ट्रीय योग संस्थान (MDNIY) के प्रशिक्षकों द्वारा किया जा रहा है।
लगी औषधीय पौधों की प्रदर्शनी
इसके अलावा औषधीय पौधों की जानकारी देने के लिए राष्ट्रीय औषधीय पादप बोर्ड (NMPB) ने औषधीय पौधों की रचनात्मक प्रदर्शनी लगाई है। लोगों को इन पौधों के सामान्य लाभों सहित अन्य जानकारी देने के लिए विशेषज्ञ भी तैनात हैं। भक्तों को इन पौधों को उगाने के वित्तीय लाभों के बारे में भी बताया गया और निशुल्क पौधे भी वितरित किए गए।
निशुल्क दवा वितरण भी
महाकुंभ में आयुष टीम ने इम्युनिटी बूस्टर और कैल्शियम की गोलियों सहित दवाओं के निशुल्क वितरण की भी व्यवस्था की है। बुजुर्गों के स्वास्थ्य पर विशेष ध्यान दिया जा रहा है। अब तक लगभग 45 प्रतिशत लाभार्थी बुजुर्ग आबादी के सदस्य हैं। आम बीमारियों और उनके आयुष उपचारों पर जानकारीपूर्ण पर्चे भी वितरित किए जा रहे हैं।