नयी दिल्ली (स्वस्थ भारत मीडिया।) रोग की पहचान होने के 41 साल अगर सुरक्षित इलाज का दावा किया जाये और वह भी महज एक सूई से तो आपको हैरानी होगी। जी हां, बात एचआईवी (HIV) की हो रही है और इजरायल के वैज्ञानिकों ने दावा किया है कि उन्होंने एक वैक्सीन विकसित कर ली है जो इस रोग का समूल नाष कर सकती है। अब तक इस बीमारी का कोई इलाज नहीं मिल सका है।
इजरायल ने बनाई वैक्सीन
मीडिया में चल रही खबरों के मुताबिक इजरायल के कुछ वैज्ञानिकों को इसके इलाज को लेकर शुरुआती सफलता मिली है। तेल अवीव यूनिवर्सिटी के षोधकर्ताओं ने वैक्सीन बनायी है, जिससे एड्स के वायरस को खत्म किया जा सकता है। यह वैक्सीन शरीर में मौजूद टाइप-बी वाइट ब्लड सेल्स के जरिये विकसित की गयी है। यह वैक्सीन एचआईवी के खिलाफ एंटीबॉडी बनाने में सफल रहा है। मई, 1981 में इसकी पहचान हुई थी। इसी वायरस से एड्स (AIDS) फैलता है। इसका संपूर्ण इलाज तो अब तक नहीं मिला। मात्र दवाओं और सावधानियों के जरिए इसे फैलने से रोकने की कोषिष की जाती रही है।
अब तक करीब 4 करोड़ लोगों की मौत
यह जानकारी प्रसिद्ध ‘नेचर‘ जर्नल में भी छपी है जिसके अनुसार वैक्सीन से बनी एंटीबॉडी सुरक्षित और असरदार है। ये एंटीबॉडीज सिर्फ संक्रामक ही नहीं बल्कि गैर-संक्रामक बीमारियों जैसे कैंसर और ऑटोइम्यून बीमारियों के इलाज में भी कारगर हो सकता है। इसमें दावा किया गया है कि सिर्फ एक इंजेक्शन से वायरस को खत्म किया जा सकता है। विश्व स्वास्थ्य संगठन के आंकड़े बताते हैं कि 2020 के अंत तक दुनिया भर में 3 करोड़ 77 लाख लोग एचआईवी से संक्रमित थे। HIV के कारण 3.63 करोड़ लोगों की मौत हो चुकी है।