- ‘स्वस्थ बालिका स्वस्थ समाज’ कैंपेन रू-ब-रू हुईं कालिंदी महाविद्यालय की बालिकाएं
किस तरह समय निकल जाता है मालूम ही नहीं चलता। दिल्ली विश्वविद्यालय से सबद्ध कालिंदी महाविद्यालय में आज बालिकाओं के बीच में युवा स्वैच्छिक सेवा विषय पर अपनी बात रखनी थी। जब कालिंदी महाविद्यालय के अंदर प्रवेश किया तो बच्चों की चहल-पहल। हंसती-खेलती बालिकाएं। एक अपनापन का अहसास से घिर गया। कॉलेज के पुराने दिन ताजे हो उठे।
स्वस्थ बालिका स्वस्थ समाज संकल्पना से जब मैं कॉलेज की बालिकाओं को रूबरू करा रहा था, तब वे बहुत संयमित एवं गंभीरता के साथ पूरी बात को सुन रही थीं। मानो उनके मन की बात कोई कह रहा है। इस दौरान बालिकाओं को नो योर मेडिसन फिल्म, जेनरिक मेडिसिन पर आमिर खान एवं डॉ. समित शर्मा की बातचीत जब मैंने दिखाई तो वहां उपस्थित सभी बालिकाओं के जहन में एक सवाल गुंजा…इतनी लूट। जवाब में मैंने कहा-हाँ।
तकरीबन 150 बालिकाएं होंगी। सबमें एक गजब का जोश एवं उमंग दिखा। इन्होंने स्वागत गीत गाए, गांधी के भजन सुनाएं, नाटक की प्रस्तुति की। मंच संचालन किया। वो सबकुछ जो वो कर सकती थी उन्होंने किया। कालिंदी महाविद्यालय ने मुझे अपने पुराने दिनों को याद करने और अपने सपने को बालिकाओं के बीच में साझा करने का अवसर दिया। गांधी स्मृति एवं दर्शन समिति के मार्गदर्शन में गांधी के स्वास्थ्य चिंतन को आगे बढ़ाने का मौका मिला। डॉ.संगीता धाल का संयोजन कमाल था।
एक साथ जब इतना कुछ मिलता है तो मन प्रफुल्लित तो होता ही है। इस आनंद का भागीदार आप भी बनिए।