भोपाल/ 06.12.2015
मध्य प्रदेश फार्मेसी काउंसिल में भ्रष्टाचरियों की फ़ौज़ भरी पड़ी है। कई सालों से चुनाव नहीं हुवे । रजिस्ट्रेशन से लेकर रेनुअल तक के कामो में बाबू और रजिस्ट्रार रिश्वत मांगते है। पुरे राज्य भर में फार्मेसी एक्ट का उलंघन हो रहा है और मध्य प्रदेश स्टेट फार्मेसी काउंसिल में गैर फार्मासिस्ट पदाधिकारी बने बैठे है जिन्हे फार्मेसी से कोई सरोकार नहीं है। अब समय आ गया है की गैर फार्मासिस्टों को काउंसिल से बाहर का रास्ता दिखाया जाए। उक्त बातें प्रांतीय फार्मासिस्ट एसोसिएशन के पदाधिकारी विवेक मौर्य ने कही।
मध्य प्रदेश फार्मेसी काउंसिल और औषधी नियंत्रण प्रशासन में फैले भ्रष्टाचार से तंग आकर मध्य प्रदेश के फार्मासिस्टों ने खुली जंग छेड़ दी है। संगठन के सदस्य विभिन्न जिलों में लगातार प्रदर्शन कर रहे है। संगठन के सदस्यों ने सरकार को चेतावनी दी है अगर फार्मेसी काउंसिल अपनी हरकतों से बाज़ नहीं आती है। तो वे फार्मेसी काउंसिल के साथ औषधी नियंत्रण विभाग में ताले जड़ देंगे। संगठन के अध्यक्ष अम्बर चौहान ने दिनांक 8 जनवरी को स्टेट फार्मेसी काउंसिल का घेराव करने का एलान किया है! अम्बर ने बताया की रैली दोपहर 12 बजे बोर्ड ऑफिस, भोपाल से निकलेगी। अम्बर ने प्रदेश के फार्मासिस्टों को बड़ी संख्या में प्रदर्शन में शामिल होने को कहा है।
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