नयी दिल्ली (स्वस्थ भारत मीडिया)। खादी देश और आजादी के लिए लंबे संघर्ष का प्रतीक है। लेकिन इसकी लगातार उपेक्षा होती रही। अब वैसा नहीं है और खादी और ग्रामोद्योग आयोग (KVIC) ने एक उच्चतम महत्वपूर्ण उपलब्धि हासिल की है। केवीआईसी ने पहली बार 1.15 लाख करोड़ रुपये का जबरदस्त कारोबार किया है, जो देश में किसी भी एफएमसीजी कंपनी द्वारा अभूतपूर्व है। इस उपलब्धि को प्राप्त करने वाली केवीआईसी देश की एकमात्र ऐसी कंपनी है जिसने 1 लाख करोड़ का कारोबार दर्ज किया है।
एक साल में 20. 54 प्रतिशत का ग्रोथ
वित्त वर्ष 2021-22 में, केवीआईसी का कुल कारोबार यानी 2020-21 में 95,741.74 करोड़ की तुलना में 1,15,415.22 करोड़ रहा। इस प्रकार उसने 2020-21 से 20.54 प्रतिशत की वृद्धि दर्ज की है और वर्ष 2014-15 की तुलना में 2021-22 में खादी और ग्रामोद्योग क्षेत्रों में कुल उत्पादन में 172 प्रतिशत की भारी वृद्धि दर्ज की गई है, जबकि इस अवधि के दौरान सकल बिक्री में 248 प्रतिशत से अधिक की वृद्धि हुई है। केवीआईसी ने इस व्यापक कारोबार लक्ष्य को कोविड-19 महामारी की दूसरी लहर के कारण पहले 3 महीनों में यानी 2021 में अप्रैल से जून तक देश में आंशिक लॉकडाउन के बावजूद हासिल किया है।
8 साल में बिक्री में 332 फीसद की वृद्धि
पिछले एक वर्ष के प्रदर्शन को देखें तो सबसे ज्यादा वृद्धि खादी क्षेत्र पर देखी जा सकती है, जिसने 2020-21 में 3528 करोड़ से 43.20 फीसद की वृद्धि दर्ज की है और 2021-22 में यह 5052 करोड़ हो गया है। पिछले 8 वर्षों में, यानी 2014-15 से 2021-22 में खादी क्षेत्र में उत्पादन में 191 प्रतिशत की वृद्धि हुई है, जबकि खादी की बिक्री में 332 प्रतिशत की तेजी से वृद्धि दर्ज की गई है। दूसरी ओर, अकेले ग्रामोद्योग क्षेत्र में कारोबार 2021-22 में 1,10,364 करोड़ तक पहुंच गया है, जबकि पिछले वर्ष यह 92,214 करोड़ था।
वोकल फॉर लोकल का असर
KVIC के अध्यक्ष विनय कुमार सक्सेना ने खादी के अभूतपूर्व विकास का श्रेय देश में खादी को बढ़ावा देने के लिए प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के निरंतर समर्थन को दिया। साथ ही, नवीन योजनाओं, रचनात्मक विपणन विचारों और विभिन्न मंत्रालयों के सक्रिय समर्थन ने भी हाल के वर्षों में खादी के विकास में इजाफा किया है। ‘‘स्वदेशी‘‘ और विशेष रूप से ‘‘खादी‘‘ को बढ़ावा देकर आत्मनिर्भरता प्राप्त करने के लिए प्रधानमंत्री की बार-बार अपील ने चमत्कार किया है। आज खादी देश की सभी एफएमसीजी कंपनियों से बहुत आगे है। नए वैज्ञानिक तरीकों को नियोजित करके और खादी की उत्पाद श्रृंखला में विविधता लाने से केवीआईसी ने इतनी बड़ी वृद्धि हासिल करने में सफल रही है, जिसकी बराबरी कोई अन्य एफएमसीजी कंपनी नहीं कर सकती। विशेष रूप से, लोगों ने ‘‘आत्मनिर्भर भारत‘‘ और ‘‘वोकल फॉर लोकल‘‘ के प्रधानमंत्री के आह्वान की उत्साहपूर्वक प्रतिक्रिया दी है।