पटना (स्वस्थ भारत मीडिया)। बिहार में मरणोपरांत नेत्रदान का जो सिलसिला हाल के दिनों में शुरु हुआ है, उसमें आज एक और नाम जुड़ गया जब फुलेश्वरी देवी जी (धर्मपत्नी हरिनंदन प्रसाद विभूति जी) ने इस नश्वर देह को त्याग कर नेत्रदान द्वारा अमर हो गई। श्री विभूति कृष्ण चंद्र (ब्लड बैंक, महावीर कैंसर संस्थान) के सद्प्रयास से डॉ. सत्येंद्र, डॉ. शैलेंद्र, डॉ. कौशलेंद्र, डॉ. विद्या, डॉ. निधि, पुरुषोत्तम जी सहित परिवार के साहसिक निर्णय के पश्चात Pmch eye bank की तरफ से डॉ. प्रियंका के नेतृत्व में डॉ. स्लेशा, डॉ. नव्या, अमृता और ताहिर ने इस नेक कार्य को अंजाम दिया है। इस मौके पर दधिची देह दान समिति की मुहिम का हिस्सा बनने की अपील की है।