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नेत्रहीनों के इस गुण का पता लगाया वैज्ञानिकों ने

नयी दिल्ली (स्वस्थ भारत मीडिया)। नेत्रहीन व्यक्ति आवाज से ही किसी को पहचान लेते हैं। लेकिन ऐसी क्षमता विकसित करने वाले दिमाग के हिस्सों की वैज्ञानिकों ने खोज कर ली है जिसका नाम है फूसीफॉर्म फेस एरिया। यह खोज जॉर्जटाउन विश्वविद्यालय के चिकित्सा केंद्र के मस्तिष्क वैज्ञानिकों ने की है। टीम ने स्टडी में छह नेत्रहीन और देखने की क्षमता रखने वाले 10 लोगों को शामिल कर अध्ययन किया।

अंगदान करने को तैयार हजारों डॉक्टर

दिल्ली मेडिकल एसोसिएशन (DMA) के 64वें वार्षिक सम्मेलन मेडिकॉन (MEDICON) में 20 हजार डॉक्टरों ने एक साथ अंगदान की शपथ ली। 26 नवंबर को आयोजित सम्मेलन में डॉक्टरों ने कहा कि अब वे अपने मरीजों को भी अंगदान के लिए प्रेरित करेंगे। DMA के अध्यक्ष डॉक्टर अश्विनी डालमिया ने कहा कि ऑर्गन डोनेशन एक ऐसा मुद्दा है, जिसपर लोगों की समझ और सोच बदलने की जरूरत है। नेशनल ऑर्गन एंड टिश्यू ट्रांसप्लांट आर्गेनाइजेशन के निदेशक अनिल कुमार ने इन्हें अंगदान की शपथ दिलवाई।

वायु प्रदूषण से बढ़ी आंखों की समस्या

राजधानी दिल्ली में प्रदूषण के चलते आंखों के मरीजों की संख्या तेजी से बढ़ी है। दिल्ली के नेत्र विशेषज्ञों ने कहा कि इन मरीजों में आंखों में एलर्जी, आंखों में जलन और खुजली की अधिक शिकायत है। सर गंगा राम अस्पताल के नेत्र रोग विशेषज्ञ डॉ. इकेदा लाल के मुताबिक इन दिनों आंखों से संबंधित मरीजों की संख्या 40 प्रतिशत अधिक है। इससे आंखों की रोशनी भी कम हो सकती है।

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