नयी दिल्ली (स्वस्थ भारत मीडिया)। चीन में कोरोना का कहर एक बार फिर देखने को मिल सकता है। अगर ऐसा हुआ तो देर से ही सही, दुनियाभर में भी फैलेगा। ग्लोबल टाइम्स के अनुसार चीनी स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों का मानना है कि जनवरी में व्यापक उछाल के कारण कोरोना के मामलों में वृद्धि देखने को मिल सकती है। चीन के स्वास्थ्य मंत्रालय के प्रवक्ता एमआई फेंग ने कहा कि स्वास्थ्य केंद्रों पर रोगियों की संख्या में उतार-चढ़ाव देखा गया है। इन्फ्लूएंजा और कोरोना के मामले तो कम हैं लेकिन JN.1 के मरीज ज्यादा आ रहे हैं।
एक टेस्ट से 18 कैंसर का पता लगेगा
वैज्ञानिकों ने एक ऐसा डीएनए टेस्ट विकसित किया है जो शुरुआती स्टेज में 18 प्रकार के कैंसर का पता ही लगा सकता है। इससे बीमारी की पहचान करने से लेकर उपचार तक में सटीकता मिलेगी। अमेरिकी बायोटेक कंपनी नोवेलना के शोधकर्ताओं की टीम ने ऐसा डीएनए टेस्ट विकसित किया है। स्टडी में 18 प्रकार के कैंसर से ग्रस्त 440 व्यक्तियों और 44 हेल्दी खूने देने वालों के ब्लड प्लाज्मा के नमूने एकत्र कर रिसर्च किए गए थे।
यहां बढ़े कैंसर के मरीज
लखनऊ के कैंसर संस्थान में एक साल में भर्ती मरीजों का आंकड़ा ढाई गुना बढ़ा है। ओपीडी में भी तादाद बढ़ी है। प्रतिदिन 200 से अधिक मरीज ओपीडी में आ रहे हैं। एक साल के दौरान करीब 60 हजार मरीज ओपीडी में आए हैं जो 2022 के मुकाबले 63 फीसद ज्यादा है। यहां 2022 में भर्ती मरीजों की संख्या 1062 थी जो 2023 में बढ़कर 3544 के पार पहुंच गई। 5000 मरीज आंको इमरजेंसी में भर्ती हुए। इसी तरह सर्जरी लगभग 44 फीसद बढ़ी है। चिकित्सा अधीक्षक डॉ. देवाशीष शुक्ला ने यह जानकारी दी है।