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अंतरिम बजट में हेल्थ की योजनाओं पर फोकस
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सर्वाइकल कैंसर की रोकथाम के लिए मुफ्त वैक्सीनेशन
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नए मेडिकल कॉलेज खोले जायेंगे
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चाइल्डकेयर पर भी दिया जाएगा ध्यान
नयी दिल्ली (स्वस्थ भारत मीडिया)। 2047 तक विकसित भारत का लक्ष्य पाने की दिशा में कदम बढ़ाते हुए वित्त मंत्री श्रीमती निर्मला सीतारमण के अंतरिम बजट में हेल्थ सेक्टर की चुनौतियों का संकल्प सामने रखा। इसे साकार करने के लिए कई योजनाओं का खाका खींचा गया है जिससे युवा वर्ग, हेल्थ वर्कर, लड़कियों और बच्चों को लाभ मिलेगा।
बजट में आयुष्मान भारत योजना के दायरे को बढ़ाने का एलान किया गया है। इसके तहत अब आशा वर्कस, आंगनवाड़ी वर्कर्स और हेल्पर्स भी अब आयुष्मान भारत योजना का लाभ उठा सकेंगे। मालूम हो कि आयुष्मान भारत योजना के तहत जरूरतमंद लोगों को और परिवारों को हर साल पांच लाख तक का निशुल्क उपचार उपलब्ध कराया जाता है। आंगनवाड़ी केंद्रों को भी पहले से ज्यादा अपग्रेड किया जाएगा। आयुष्मान भारत PMJAY का बजट 4.2% बढ़ाकर 7500 करोड़ कर दिया गया है।
देश में बढ़ रहे सर्वाइकल कैंसर के मामलों की रोकथाम के लिए वैक्सीनेशन की प्रक्रिया को और बढ़ाने का संकल्प बजट में लिया गया है। इसके तहत 9 से 14 साल की लड़कियों का टीकाकरण करके कैंसर के जोखिमों को कम करने पर ध्यान दिया जाएगा। यह प्रक्रिया मुफ्त होगी। सर्वाइकल कैंसर महिलाओं में वैश्विक स्तर पर तेजी से बढ़ता कैंसर है, जिसके कारण हर साल लाखों महिलाओं की मौत हो जाती है। भारत में सर्वाइकल कैंसर 18.3 फीसद (123,907 मामले) की दर के साथ तीसरा सबसे आम कैंसर है। रिपोर्ट के अनुसार 9.1 फीसद की मृत्यु दर के साथ ये महिलाओं में मृत्यु का दूसरा प्रमुख कारण भी है। HPV वैक्सीन की मदद से इस कैंसर के जोखिम को कम किया जा सकता है। टीकाकरण के प्रबंधन और गहनता के लिए नए डिजाइन किए गए यू-विन प्लेटफॉर्म का उपयोग किया जाएगा।
सरकार ने नये मेडिकल कॉलेज खोलने का इरादा भी समने रखा है। ये मौजूदा जिला अस्पतालों की बुनियादी सुविधाओं का इस्तेमाल करते हुए खोले जाएंगे। इस मुद्दे के निरीक्षण और जरूरी सिफारिश के लिए एक समिति का गठन किया जाएगा। इस पहल से न केवल युवाओं के लिए डॉक्टर बनने के अवसर बढ़ाने में मदद मिलेगी बल्कि लोगों के लिए स्वास्थ्य सेवाओं में भी सुधार लाया जा सकेगा।
बजट में महिलाओं और बच्चों को भी योजना का लाभ दिया जाएगा। इस बजट के अंतर्गत बच्चों और महिलाओं को इलाज की सुविधा दी जाएगी। मिशन इंद्रधनुष के प्रयासों को आगे बढ़ाया जाएगा। माताओं एवं शिशुओं की स्वास्थ्य के देखभाल को सरकार व्यापक कार्यक्रम बनाएगी। उनके बेहतर पोषण वितरण, प्रारंभित बचपन की देखभाल और विकास के लिए सक्षम आंगनवाड़ी और पोषण 2.0 के तहत आंगनवाड़ी केंद्रों के उन्नयन में तेजी लाई जाएगी।