नयी दिल्ली (स्वस्थ मीडिया)। राष्ट्रीय स्वास्थ्य प्राधिकरण (NHA) द्वारा ओडिशा सरकार के स्वास्थ्य विभाग के साथ समझौता ज्ञापन पर हस्ताक्षर के बाद ओडिशा आयुष्मान भारत प्रधानमंत्री जन आरोग्य योजना (AB PM-JAY) को लागू करने वाला 34वां राज्य बन गया है। इस समझौते पर दिल्ली में स्वास्थ्य मंत्रालय की अतिरिक्त सचिव और NHA की मुख्य कार्यकारी अधिकारी श्रीमती एल.एस. चांगसन और ओडिशा सरकार के स्वास्थ्य विभाग की आयुक्त-सह-सचिव श्रीमती अश्वथी एस. के बीच हस्ताक्षर किए गए। इस समझौतेके बाद आयुष्मान भारत प्रधानमंत्री जन आरोग्य योजना को ओडिशा में मौजूदा गोपबंधु जन आरोग्य योजना (GJAY) के साथ मिलकर लागू किया जाएगा। यह प्रति परिवार प्रति वर्ष 5 लाख रुपये का कवर प्रदान करेगा, साथ ही महिला सदस्यों के लिए अतिरिक्त 5 लाख रुपये प्रदान किए जाएंगे।
योजना से 45 फीसद आबादी कवर : नड्डा
सभा को संबोधित करते हुए स्वास्थ्य मंत्री जे.पी. नड्डा ने कहा कि AB PM-JAY न केवल दुनिया की सबसे बड़ी स्वास्थ्य कवरेज योजना है, बल्कि सबसे तेज़ योजना भी है। यह योजना पूरी तरह से डिजिटल है और भारत की लगभग 45 फीसद आबादी को कवर करती है। अब तो अक्टूबर 2024 में आयुष्मान वय वंदना कार्ड लॉन्च किया गया जिससे 70 वर्ष और उससे अधिक आयु के लगभग 6 करोड़ लोग लाभान्वित होंगे। उन्होंने यह भी बताया कि दूरदराज और अशांत क्षेत्रों में भी एबी पीएम-जेएवाई के परिणामस्वरूप अस्पताल में भर्ती होने वालों की संख्या में उल्लेखनीय वृद्धि हुई है।
राज्य की स्वास्थ्य स्थिति बदलेगी : माझी
ओडिसा के मुख्यमंत्री मोहन चरण माझी ने कहा कि राज्य के लोग पहले लगभग 900 सूचीबद्ध अस्पतालों में इलाज करवा रहे थे, अब 29 हजार से अधिक सरकारी और निजी सूचीबद्ध अस्पतालों में कैशलेस और गुणवत्तापूर्ण इलाज की सुविधा प्राप्त कर सकेंगे। अब एकीकृत योजनाओं से ओडिशा के लगभग 4.5 करोड़ लोगों को एक ही कार्ड से लाभ मिलेगा। उन्होंने कहा कि इस योजना से ओडिशा की 86 फीसद आबादी की स्वास्थ्य स्थिति को बदल देगा।
कई मंत्री रहे उपस्थित
समारोह को शिक्षा मंत्री धर्मेंद्र प्रधान, इलेक्ट्रॉनिक्स एवं सूचना प्रौद्योगिकी मंत्री अश्विनी वैष्णव, जनजातीय कार्य मंत्री जुएल ओराम, ओडिशा के उपमुख्यमंत्री कनक वर्धन सिंह देव और ओडिशा के स्वास्थ्य मंत्री डॉ. मुकेश महालिंग ने भी संबोधित किया। इस अवसर पर केन्द्रीय स्वास्थ्य सचिव श्रीमती पुण्य सलिला श्रीवास्तव, ओडिशा के मुख्य सचिव मनोज आहूजा तथा केन्द्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय और ओडिशा सरकार के वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित थे।