नई दिल्ली, एसबीएम ब्यूरो
बिहार के विभिन्न जिलों में प्रधानमंत्री स्वास्थ्य सुरक्षा योजना के तहत बन रहे सुपर सुपरस्पेशिएलिटी अस्पताल अब बिहारवासियों को जल्द मिलने की संभावना बढ़ गई है। केन्द्र सरकार इसके लिए सक्रिय हो गई है। नई दिल्ली में आज केंद्रीय स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण राज्यमंत्री अश्विनी कुमार चौबे ने प्रगति रिपोर्ट का जायजा लिया। उन्होंने अधिकारियों को निर्देश दिया कि हर हाल में फरवरी 2020 तक काम पूरा करना होगा।
यहां बन रहे हैं सुपरसुपरस्पेशिएलिटी अस्पताल
गौरतलब है कि बिहार में श्री कृष्ण मेडिकल कॉलेज (मुजफ्फरपुर), गवर्नमेंट मेडिकल कॉलेज (दरभंगा), गवर्नमेंट मेडिकल कॉलेज (गया), गवर्नमेंट मेडिकल कॉलेज (भागलपुर) और पीएमसीएच पटना में सुपर सुपरस्पेशिएलिटी अस्पताल का निर्माण किया जा रहा है। हाल ही में केंद्रीय स्वास्थ्य राज्य मंत्री श्री चौबे ने भागलपुर एवं दरभंगा में बन रहे अस्पतालों के निर्माण गति का जायजा लिया था। कार्य की धीमी गति को देखकर वे नाराज भी हुए थे। यही कारण था कि इस संबंध में स्वास्थ्य मंत्री ने स्वास्थ्य मंत्रालय के संयुक्त सचिव सुनील शर्मा और सभी सुपर सुपरस्पेशिएलिटी अस्पतालों के निर्माण एजेंसियों के आला अधिकारियों के साथ समीक्षा बैठक बुलाई थी।
नहीं तो काली सूची में जाएंगी कंपनियां
बिहार में सुपर सुपरस्पेशिएलिटी अस्पतालों का निर्माण कार्य सीपीडब्ल्यूडी और हाइट्स के जिम्मे है। मंत्रालय ने फरवरी 2020 तक काम पूरा करने का निर्देश दिया है। काम पूरा नहीं होने की सूरत में जिम्मेदार कंपनियों को काली सूची में भी डाला जा सकता है।
प्रतिदिन निर्माण कार्यों की होगी मॉनिटरिंग
समीक्षा बैठक में निर्णय लिया गया कि प्रतिदिन कार्यों की समीक्षा होगी। 15 दिनों पर मंत्रालय स्तर पर प्रतिदिन के प्रगति रिपोर्ट पर विशेष चर्चा होगी। इस संदर्भ में 15 नवंबर के बाद पटना में प्रदेश के स्वास्थ्य विभाग के आला अधिकारियों के साथ बैठक करने का निर्णय भी लिया गया। ताकि बिहारवासियों को सुपरसुपरस्पेशिएलिटी अस्पताल को तोहफा जल्द से जल्द दिया जा सके।
देवघर में बन रहे एम्स की प्रगति का भी लिया हाल
स्वास्थ्य राज्य मंत्री श्री चौबे ने झारखंड के देवघर में बन रहे एम्स की प्रगति का भी हाल लिया और अस्पताल के निर्माण का कार्य देख रही एनबीसीसी के अधिकारियों से इस बाबत बातचीत की।
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