नयी दिल्ली (स्वस्थ भारत मीडिया)। चीन के वुहान इंस्टीट्यूट ऑफ वायरोलॉजी के शोधकर्ताओं ने एक नई नैनोवैक्सीन बनाई है, जो COVID-19 के सभी प्रमुख वैरिएंट क्या, आने वाले वैरिएंट्स से भी बचा सकती है। कोरोना वायरस इसी लैब से दुनियाभर में फैला। अब इसका दावा है कि उसकी वैक्सीन इस वायरस का संक्रमण रोकने और मौत से बचाने में काम आ सकती है। नई नैनो वैक्सीन बनाने वाली टीम ने एक इंट्रानेजल नैनोपार्टिकल वैक्सीन बनाई है, जो कोरोना के एपिटोप्स और ब्लड प्रोटीन फेरिटिन को जोड़ती है।
निपाह से केरल में 9 महीने में दूसरी मौत
केरल में निपाह वायरस से इस साल दूसरी मौत हुई है। पुणे के नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ वायरोलॉजी ने रविवार को इसकी पुष्टि की। दरअसल इसी माह कोझीकोड में एक युवक का निधन हुआ था। उसके शरीर में एनसेफेलाइटिस के लक्षण थे। निपाह वायरस का पीसीआर टेस्ट किया गया था। जुलाई में मलप्पुरम जिले के 14 वर्षीय एक किशोर की भी मृत्यु हुई थी। उसके शरीर में भी निपाह वायरस की उपस्थिति मिली थी। पिछले वर्ष भी इस समय निपाह वायरस ने भयावह रूप धारण कर लिया था।
ऑस्ट्रेलिया में ब्रेन की बीमारी का कहर
ऑस्ट्रेलिया में ब्रेन से जुड़ी बीमारी Dementia के मामले बढ़ रहे हैं। यह वृद्धावस्था का रोग है जिसमें लोगों के ब्रेन को नुकसान होने लगता है और उनकी याददाश्त कम हो जाती है। वहां पिछले 10 सालों में इसकी दवाओं की मांग करीब 50 फीसद बढ़ गई है। एक रिपोर्ट में यह खुलासा हुआ है कि 2022-23 में 30 साल या उससे ज्यादा उम्र के 72400 लोगों को डिमेंशिया की दवाइयां दी गई थीं। यह संख्या 2013-14 के मुकाबले 46 फीसद ज्यादा है।