नयी दिल्ली (स्वस्थ भारत मीडिया)। संयुक्त अरब अमीरत से केरल पहुंचे एक व्यक्ति में मंकीपॉक्स के लक्षण मिलने के बाद केंद्र सरकार ने सभी राज्यों को सतर्कता की सलाह के साथ गाइडलाइन जारी कर दी है। कोरोना की धीमी रफ्तार के बीच 73 देशों में मंकीपॉक्स वायरस के ज्यादा मामला आ चुके हैं। फैलाव की इस तेजी को देखते हुए विश्व स्वास्थ्य नेटवर्क इसे महामारी घोषित कर चुकी है।
मरीज अस्पताल में भर्ती
हालांकि केरल की स्वास्थ्य मंत्री वीना जॉर्ज ने बताया कि मरीज को अस्पताल में भर्ती किया गया है और फिलहाल वह खतरे से बाहर है। उनके मुताबिक वह विदेश में मंकीपॉक्स के मरीज के संपर्क में था। इसके साथ ही मरीज के संपर्क में आए उसके माता-पिता, टैक्सी ड्राइवर, ऑटो ड्राइवर समेत फ्लाइट में साथ आने वाले 11 यात्रियों की भी जांच की जाएगी। इससे पहले पश्चिम बंगाल के कोलकाता में भी मंकीपॉक्स का संदिग्ध मामला सामने आया था। हालांकि बाद में उसकी टेस्ट रिपोर्ट निगेटिव आई।
जारी हुई गाइडलाइन
सरकार भी एक मरीज मिल जाने के बाद सक्रिय हो गई है। केंद्रीय स्वास्थ्य सचिव राजेश भूषण ने स्वास्थ्य मंत्रालय की गाइडलाइन का पालन करने की सलाह राज्यों को दी है। यात्रियों के आने की जगहों पर चौकसी बढ़ाने के निर्देश दिए गये हैं जहां निगरानी रखने वाली टीम से लेकर डॉक्टर्स, सभी तैनात रहेंगे। इसके अलावा जिन भी लोगों में लक्षण पाए जाएंगे, उनके संपर्क में आए लोगों की भी जांच की जाएगी। मंकीपॉक्स के लिए अलग से अस्पताल निर्धारित करने को कहा गया है।
WHN भी चिंतित
वर्ल्ड हेल्थ नेटवर्क (ॅWorld Health Network) ने कहा है कि यह संक्रमण तेजी से फैल रहा है और यह बिना ग्लोबल एक्शन के नहीं रुकने वाला है। वैज्ञानिकों के संगठन WHN ने विश्व स्वास्थ्य संगठन से यह अपील की है कि इसे हल्के में न लिया जाए। न्यू इंग्लैंड कॉम्प्लेक्स सिस्टम इंस्टीट्यूट के अध्यक्ष और डब्ल्यूएचएन के सह-संस्थापक यानीर बार-यम ने कहा है कि-इस संक्रमण को महामारी बनने से रोकने के लिए पब्लिक कम्युनिकेशन, टेस्टिंग और आइसोलेशन के साथ कॉन्टैक्ट ट्रेसिंग पर जोर देने की जरूरत है।
मंकीपॉक्स वायरस के लक्षण
मंकीपॉक्स का संक्रमण होने पर सबसे पहले शरीर में गहरे लाल रंग के दानें और रैशेज नजर आते हैं जो चेचक में होने वाले दानें की तरह होते हैं। इसके कुछ प्रमुख लक्षण इस प्रकार हैं-शरीर पर लाल रंग के दानें और चकत्ते। बुखार, शरीर में दर्द। ठंड लगना और थकान। मुंह और गले में छाले और दानें। लिम्फ नोड में सूजन।