नयी दिल्ली (स्वस्थ भारत मीडिया)। केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री मनसुख मंडाविया ने 9 फरवरी को लोकसभा में बताया कि दुनियाभर में कोविड-19 अब तक 223 बार म्यूटेट हो चुका है। उसके कई नए सब-वैरिएंट्स सामने आए हैं पर अब गंभीर रोगों का खतरा कम देखा जा रहा है। उन्होंने कहा कि कोविड-19 भी इन्फ्लूएंजा की तरह ही बना रहेगा और इसके मौजूदा वैरिएंट ज्यादा घातक नहीं हैं। उन्होंने बताया कि जब कोई वायरस सौ से अधिक बार म्यूटेट होता है, तो उसके हानिकारक प्रभाव कम हो जाते हैं।
दवा की गुणवत्ता के लिए उठाए गए कदम
केंद्रीय स्वास्थ्य राज्य मंत्री डॉ. भारती प्रवीण पवार ने लोकसभा में बताया कि औषधि एवं प्रसाधन सामग्री (संशोधन) अधिनियम में नकली और मिलावटी औषधियों के निर्माण पर कड़े दंड का प्रावधान किया गया है। उन्होंने बताया कि निर्माण लाइसेंस देने से पहले प्रतिष्ठानों का केंद्र सरकार और राज्य सरकार के औषधि निरीक्षकों द्वारा संयुक्त रूप से निरीक्षण किया जाना अनिवार्य कर दिया गया है। सीडीएससीओ नियमों के अंतर्गत देश में औषधियों, चिकित्सा उपकरण और सौंदर्य प्रसाधनों की गुणवत्ता, सुरक्षा और प्रभावकारिता को नियंत्रित करता है।