हड़ताल से देशभर में स्वास्थ्य सेवा रही प्रभावित
नयी दिल्ली (स्वस्थ भारत मीडिया)। कोलकाता के अस्पताल में महिला डॉक्टर से दुष्कर्म और हत्या के बाद बढ़ते आंदोलन से मरीजों की दिक्कतों को देखते हुए स्वास्थ्य मंत्री जे पी नड्डा ने घोषणा की है कि उनकी सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए एक कमेटी का गठन किया जा रहा है। यह कमेटी स्वास्थ्यकर्मियों की सुरक्षा को लेकर सभी संभव कदमों का ब्योरा देगी। इस कमेटी को सुझाव देने के लिए अलग-अलग प्रतिनिधियों और राज्य सरकारों का भी स्वागत है। स्वास्थ्य मंत्रालय ने आंदोलनरत डॉक्टरों से जल्द से जल्द काम पर लौटने की अपील की है।
OPD से लौटे मरीज, ऑपरेशन टले
इस बीच IMA, रेजिडेंट डॉक्टर्स एसोसिएशन (RDA), होम्योपैथी डॉक्टरों के संगठन HMAI समेत कई अन्य संगठनों की तरफ से जारी देशव्यापी हड़ताल का व्यापक असर देखा गया। IMA के साथ 3.30 लाख से ज्यादा डॉक्टर सदस्य हैं। हड़ताल शनिवार सुबह 6 बजे से रविवार सुबह 6 बजे तक 24 घंटे के लिए है। अस्पतालों में आपात सेवाएं तो जारी रही लेकिन ओपीडी भी बंद रहे और सर्जरी को भी टाल दिया गया। बिहार के सभी अस्पतालों की रिपोर्ट बताती है कि स्वास्थ्य सेवा बुरी तरह प्रभावित रही। राजधानी पटना में PMCH, AIIMS, IGIMS, NMCH का मिलाजुला आंकड़ा यह है कि करीब 200 ऑपरेशन टाले गये तो OPD से हजारों मरीज निराश लौट गये। ऐसा ही सभी राज्यों का हाल रहा।