देर ही सही लेकिन अब भारत सरकार ने अपनी पैथियों की तरफ नज़र उठाकर देखा है। अब आयुष पैथियों की दवाइयों का कोविड-19 मरीजों पर ट्रायल शुरू हो सकेगा। पूरी रिपोर्ट लेकर आए हैं आशुतोष कुमार सिंह
नई दिल्ली/एसबीएम एक्सक्लूसिव
कोविड-19 के इलाज में अब आयुष पैथी की दवाइयों का उपयोग किया जा सकेगा। केन्द्रीय स्वास्थ्य मंत्री डॉ. हर्षवर्धन एवं केन्द्रीय आयुष मंत्री श्रीपद नाइक ने संयुक्त रूप से इसकी जानकारी दी है। दोनों मंत्रियों ने आपस में इस बावत बातचीत की और उसके बाद अपने सोशल मीडिया के माध्यम से देश को यह जानकारी दी कि कोविड-19 के इलाज में आयुष का उपयोग किया जाएगा।
अपने अंग्रेजी में लिखे पोस्ट में स्वास्थ्य मंत्री हर्षवर्धन ने लिखा है-
Together with my colleague Union AYUSH Minister Shri Shripad Yesso Naik ji, I will launch three inter-disciplinary studies involving AYUSH interventions for the COVID-19 situation. These trials are being done jointly by ICMR ,CSIR & Ministry of AYUSHFlag.
उन्होंने कहा कि आइसीएमआर, सीएसआइआर एवं आयुष मंत्रालय के झंडे तले कोविड-19 के स्थिति से उबरने में आयुष के प्रभाव का आंकलन किया जाएगा।
सरकार के इस फैसले का आयुष पैथी के चिकित्सकों ने स्वागत किया है। उनका कहना है कि देर से आए लेकिन दुरुस्त आए। चिकित्सकों का मत है कि भारत की आयुष पैथियों के पास कोरोना जैसे संक्रमण को कमतर करने के लिए रोग प्रतिरोधक क्षमता को बढ़ाने वाली दवाइयां उपलब्ध है। इस सिंद्धांत पर काम कर के कोरोना के दुष्प्रभाव को कम किया जा सकता है। इस फैसला का स्वागत करते हुए स्वस्थ भारत (न्यास) के वरिष्ठ सलाहकार व वरिष्ठ होम्योपैथिक चिकित्सक डॉ. पंकज अग्रवाल ने कहा कि इससे आयुष पैथियों को खुद को प्रूव करने का मौका मिलेगा। इस पहल का स्वागत किया जाना चाहिए।
ध्यान देने वाली बात यह है कि इस मसले को स्वस्थ भारत मीडिया लगातार उठा रहा था। स्वस्थ भारत मीडिया के माध्यम से देश भर के आयुष चिकित्सक इस बात की आवाज उठा रहे थे कि सरकार को आयुष पैथियों को कोविड-19 के इलाज में सहभागी बनाया जाना चाहिए।