नयी दिल्ली (स्वस्थ भारत मीडिया)। मेधा और एक्सिस बैंक फाउंडेशन के सहयोग से फ्रीलांसर जैमिंग प्रोग्राम का दिल्ली में आयोजन किया गया जहां भारत के टियर 2 और टियर 3 शहरों से आए युवा फ्रीलांसर्स ने बढ़-चढ़कर हिस्सा लिया। इसमें फ्रीलांसरों के लिए बिजनेस नेटवर्किंग के भविष्य के अवसरों पर चर्चा की गई। कार्यक्रम का आयोजन ज़ोरबा द बुद्धा, नई दिल्ली में किया गया।
गिग इकॉनमी एक मुक्त बाज़ार प्रणाली
गिग इकॉनमी एक मुक्त बाज़ार प्रणाली है जिसमें अस्थायी काम के अवसर आम तौर पर मौजूद होते हैं और विभिन्न संगठन अल्पकालिक कार्यों के लिए स्वतंत्र श्रमिकों के साथ अनुबंध करते हैं। कार्यक्रम की शुरुआत मेधा के सह संस्थापक ब्योमकेश मिश्रा ने फ्रीलांसिंग दुनिया की बातचीत के साथ की, जहां उन्होंने इस मुहिम की शुरुआत और आगे फ्रीलांस करियर के बड़े स्कोप की चर्चा की। उन्होंने यह भी कहा कि कैसे देश के युवा अपने लिए करियर के नए-नए अवसर खोज रहे हैं और स्थानीय अर्थव्यवस्था में योगदान दे पा रहे हैं।
फ्रीलांसिंग की कई श्रेणियों पर चर्चा
कार्यक्रम के दौरान फ्रीलांसरों को उभरती फ्रीलांसिंग श्रेणी जैसे fashion, IT, content आदि के बारे में चर्चा हुई। स्पीड नेटवर्किंग के सत्र में फ्रीलांसरों को एक दूसरे से जुड़ने का मौका मिला, जहां वो अपने अपने काम के बारे में जान पाए। कार्यक्रम का समापन स्वारंभ से जुड़े सभी फ्रीलांस मेंटर्स को सर्टिफिकेट देकर हुआ। गौरतलब है कि यह अपने आप में ऐसा कार्यक्रम था जिसमें देशभर के गिग वर्कर्स, फ्रीलांसर्स और सोलोप्रेन्योर्स ने भाग लिया और समय के साथ बदलते रोजगार विकल्पों, बाजार और अर्थव्यवस्था की जरूरतों पर अपने विचार प्रस्तुत किए। कार्यक्रम में दिल्ली एनसीआर और देशभर के अन्य शहरों से आए 80 फ्रीलांसर्स ने हिस्सा लिया।
85 हजार युवाओं को जोड़ा
मेधा के स्वारंभ प्रोग्राम ने सफलतापूर्वक टियर 2 और टियर 3 के युवाओं को फ्रीलांसिंग और गिग अर्थव्यवस्था के क्षेत्र में करियर बनाने में मदद की है। इस प्रोग्राम का उद्देश्य युवाओं को उनके क्षेत्र में नए दौर के रोजगार विकल्पों तक पहुंचाना है। बता दें कि मेधा ने 2011 से उत्तर प्रदेश, हरियाणा और बिहार के युवाओं में रोजगारपरक शिक्षा और कौशल प्रशिक्षण के क्षेत्र में काम किया है और अब तक 85 हजार युवाओं के साथ काम किया है। मेधा वाराणसी और गाज़ियाबाद के विभिन्न कालेजों में एक्सिस बैंक फाउंडेशन के सहयोग से स्वारंभ प्रोग्राम का संचालन कर रही है, जिसका उद्देश्य युवाओं को फ्रीलांसिग और गिग अर्थव्यवस्था के क्षेत्र में प्रशिक्षण देना है।