23 नवंबर से ही ऑनलाइन काम ठप
4 करोड़ मरीजों का डेटा चोरी का अनुमान
नयी दिल्ली (स्वस्थ भारत मीडिया)। दिल्ली एम्स के ऑनलाइन सिस्टम पर बड़े साइबर अटैक के बाद तीन दिन से सर्वर डाउन चल रहा है। मरीजों को ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन में दिक्कतें आ रही हैं। इससे हॉस्पिटल में स्मार्ट लैब, बिलिंग, जांच रिपोर्ट और अपॉइंटमेंट का काम प्रभावित है। मैन्युअल मोड से काम होने से गति धीमी हो गयी है। ओपीडी के बाहर मरीजों की लंबी लाइन है।
मेडिकल सेक्टर में सबसे बड़ी हैकिंग
एम्स के सिस्टम से करीब 4 करोड़ मरीजों का डेटा चोरी होने की खबर है। यह मेडिकल सेक्टर में सबसे बड़ी हैकिंग है। 8 साल पहले ही यहां के डेटा को पूरी तरह से डिजिटल किया गया था। उसके बाद यहां अटल बिहारी वाजपेयी सहित कई पूर्व प्रधानमंत्रियों, राष्ट्रपति, उपराष्ट्रपति, कांग्रेस नेता सोनिया गांधी का इलाज हो चुका है। इन सबका डेटा के हैक होने की संभावना है।
जांच में जुटीं एजेंसियां
वैसे दिल्ली पुलिस के साथ कई एजेंसियां जांच में जुटी हैं। प्रशासन ने दो सिस्टम एनालिस्ट को निलंबित कर दिया है। सूत्रों के अनुसार, डेटा हैक में इंटरनेशनल साइबर क्राइम का कनेक्शन होने की आशंका है। एक दिन पहले अज्ञात लोगों पर एफआईआर दर्ज की गई है। दिल्ली पुलिस रैनसमवेयर अटैक की आशंका जता रही है। इंडसफेस की हालिया रिपोर्ट के अनुसार भारत में हर महीने हेल्थकेयर सेक्टर पर लगभग 3 लाख साइबर हमले होते हैं।