नयी दिल्ली (स्वस्थ भारत मीडिया)। नकली और घटिया दवाओं पर रोक लगाने के लिए केंद्रीय औषधि मानक नियंत्रण संगठन (CDSCO) ने पहली बार दिशानिर्देश जारी किए हैं। इसके तहत सिर्फ शहरों या कस्बों में ही नहीं, बल्कि गांवों और दुर्गम स्थानों के अलावा स्कूल-कॉलेजों के आसपास दवा दुकानों पर भी जांच अनिवार्य की गई है। अब हर महीने औषधि निरीक्षक को जांच के लिए कम से कम 10 नमूने एकत्रित करने होंगे। इनमें नौ दवाएं और एक नमूना सौंदर्य प्रसाधन या फिर चिकित्सा उपकरण का होना चाहिए। सूई से शैंपू तक के नमूनों की जांच की जायेगी।
Organ donor का अंतिम संस्कार राजकीय सम्मान के साथ
उड़ीसा में अंग दाताओं का अंतिम संस्कार राजकीय सम्मान के साथ होगा। यह घोषणा मुख्यमंत्री नवीन पटनायक ने की है। उन्होंने उम्मीद जताई कि इससे अंगदान के क्षेत्र में जागरूकता पैदा होगी और समाज को प्रेरणा भी मिलेगी। राज्य सरकार ने अंग प्रत्यारोपण की प्रक्रिया को सुविधाजनक बनाने के लिए 2019 में राज्य अंग और ऊतक प्रत्यारोपण संगठन (SOTTO) की स्थापना की थी। इसे प्रोत्साहित करने के लिए 2020 में सूरज पुरस्कार की भी शुरुआत की है।
सिर्फ 700 रुपए में हो रही कैंसर थेरेपी
झज्जर के बाढ़सा स्थित एम्स में मात्र 750 रुपये में मरीजों को कैंसर थेरेपी की सुविधा मिल रही है। इसके लिए अन्य अस्पतालों में लाखों का खर्च आता है। कैंसर रोगियों के लिए रेडिएशन थेरेपी वरदान है जो ट्यूमर या जोखिम वाले अन्य स्थानों पर सावधानीपूर्वक लक्षित उच्च ऊर्जा किरणों या कणों का उपयोग किया जाता है। यहां इसकी दो मषीनें हैं और तीसरी लगने वाली है। इन मशीनों से रोजाना 150-160 मरीजों को मिल उपचार मिल पा रहा है।