नयी दिल्ली (स्वस्थ भारत मीडिया)। केंद्रीय श्रम एवं रोजगार मंत्री भूपेन्द्र यादव ने अंतर्राष्ट्रीय मजदूर दिवस के अवसर पर ईएसआईसी अस्पताल, फरीदाबाद का दौरा किया जहां महिला ईंट भट्ठा श्रमिकों और अन्य औद्योगिक श्रमिकों के लिए एक स्वास्थ्य और पोषण जांच शिविर का आयोजन किया गया था।
मंत्री ने दी योजनाओं की जानकारी
केंद्रीय मंत्री ने महिला ईंट भट्ठा कामगारों और अन्य औद्योगिक कामगारों से मुलाकात कर उन्हें दी जा रही स्वास्थ्य सुविधाओं के बारे में चर्चा की। बैठक के दौरान उन्होंने महिला कार्यकर्ताओं को एनीमिया रोग के प्रति जागरूक किया तथा नियमित स्वास्थ्य जांच एवं पौष्टिक आहार की आवश्यकता पर बल दिया। उन्होंने कहा कि महिला श्रमिकों के अच्छे स्वास्थ्य को सुनिश्चित किए बिना ‘‘स्वस्थ भारत समृद्ध भारत‘‘ का सपना साकार नहीं हो सकता है। मंत्री ने श्रमिकों को चलाई जा रही योजनाओं जैसे ‘‘प्रधानमंत्री श्रम योगी मानधन योजना‘‘, ‘‘पेंशन दान योजना‘‘ और ‘‘ई-श्रम योजना‘‘ के बारे में भी बताया। उन्होंने भर्ती मरीजों से भी मुलाकात की और उनके स्वास्थ्य के बारे में जानकारी प्राप्त की।
नियोक्ता और यूनियन से भी बातचीत
अस्पताल के दौरे के समय उन्होंने नियोक्ता, नियोक्ता संघों और ट्रेड यूनियन से भी मुलाकात की और उन्हें आश्वासन दिया कि श्रम एवं रोजगार मंत्रालय उनके लिए एक सुविधा प्रदाता के रूप में काम कर रहा है। बातचीत के दौरान श्रम एवं रोजगार मंत्री ने अधिकारियों को श्रमिकों के हित को ध्यान में रखकर काम करने का निर्देश दिया। केंद्रीय विद्युत राज्य मंत्री और भारी उद्योग राज्य मंत्री कृष्ण पाल, श्रम एवं रोजगार सचिव सुनील बर्थवाल, विधायक श्रीमती सीमा त्रिखा, ई.एस.आई.एस के महानिदेशक मुखमीत एस. भाटिया, गोपाल शर्मा और अन्य गणमान्य व्यक्ति इस दौरे के समय उनके साथ मौजूद थे।
महिला श्रमिकों को हेल्थ पासबुक
आजादी का अमृत महोत्सव के दौरान ईंट भट्टों और बीड़ी प्रतिष्ठानों में कार्यरत महिलाओं के स्वास्थ्य एवं पोषण जांच के लिए पायलट प्रोजेक्ट मार्च में शुरू किया गया है। उन्हें आयरन, फोलिक एसिड, विटामिन बी-कॉम्प्लेक्स आदि सहित अन्य दवाएं उपलब्ध कराई जाती हैं। पायलट प्रोजेक्ट के तहत आयोजित यह तीसरी जांच शिविर है। इन सभी महिलाओं को हेल्थ पासबुक जारी कर दी गई है। हर महीने स्वास्थ्य कार्यकर्ताओं की एक टीम आवश्यक परीक्षणों के लिए साइट पर जाती है।