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68वें विश्व स्वास्थ्य सभा में स्वास्थ्य मंत्री ने क्या कहा, पढिए भाषण का मूल अंश

19-मईजोपी नड्डा का जेनेवा में संबोधन

68वें विश्व स्वास्थ्य सभा की गुट निरपेक्ष आंदोलन के स्वास्थ्य मंत्रियों की बैठक में श्री जगत प्रकाश नड्डा का संबोधन
जिनेवा में आयोजित 68वें विश्व स्वास्थ्य सभा के उपलक्ष्य में गुट निरपेक्ष आंदोलन के देशों के स्वास्थ्य मंत्रियों को स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्री श्री जगत प्रकाश नड्डा ने संबोधित किया। संबोधन के मूल पाठ का हिन्दी रूपांतरण इस प्रकार हैः –
 
आदरणीय अध्यक्ष महोदय,
 
महामहिम,
 
देवियो एवं सज्जनो,
 
मैं इस अवसर पर बैठक में आप सबका गर्मजोशी से स्वागत करता हूं। मैं विश्व स्वास्थ्य सभा के दौरान इस बैठक का आयोजन करने के लिए ईरान का खासतौर से धन्यवाद करता हूं।
 
अध्यक्ष महोदय,
 
भारत ने हमेशा गुट निरपेक्ष आंदोलन के मुद्दों, उद्देश्यों और सिद्धांतों को आगे बढ़ाने का अथक कार्य किया है। मुझे प्रसन्नता है कि ईरान की अध्यक्षता में आंदोलन ने अंतर्राष्ट्रीय पटल पर मजबूती प्राप्त की है और अंतर्राष्ट्रीय संगठनों में विकासशील देशों का प्रतिनिधित्व बढ़ा है।
विश्व स्वास्थ्य संगठन में गुट निरपेक्ष आंदोलन को साझा हितों और प्राथमिकताओं वाले जन स्वास्थ्य मुद्दों को आगे बढ़ाने में प्रमुख भूमिका निभानी चाहिए। हमें विश्व स्वास्थ्य संगठन को अपना समर्थन जारी रखना चाहिए और उसकी क्षमताओं को बेहतर और मजबूत बनाने का प्रयास करना चाहिए।
विश्व स्वास्थ्य संगठन के प्रति अपनी प्रतिबद्धता को रेखांकित करने के लिए मैं भारत की तरफ से तीन योगदानों की चर्चा कर रहा हूं –

  1. विश्व स्वास्थ्य संगठन के आपात निधि के लिए दस लाख अमेरिकी डॉलर।
  2. परामर्शदाता विशेषज्ञ कार्य समूह के अंतर्गत चिन्हित परियोजनाओं के क्रियान्वयन के लिए अतिरिक्त दस लाख अमेरिकी डॉलर, और

iii.            एसएसएफएफसी चिकित्सकीय उत्पादों के संदर्भ में सदस्य राष्ट्र प्रणाली के लिए एक लाख अमेरिकी डॉलर।
 
अध्यक्ष महोदय,
 
मौजूदा विश्व स्वास्थ्य परिदृश्य के संदर्भ में गुट निरपेक्ष आंदोलन, राष्ट्रों के बीच और राष्ट्रों के भीतर सबको स्वास्थ्य के दायरे में लाने तथा स्वास्थ्य असमानता दूर करने के मुद्दों पर नेतृत्व प्रदान कर सकता है। बेहतरीन कार्य प्रणालियों के आदान-प्रदान से हमारे साझा हितों को लाभ होगा, सस्ते चिकित्सीय उपाय उपलब्ध होंगे। इनमें मातृत्व और बाल स्वास्थ्य सुविधा तथा गैर संक्रमणीय रोगों का उपचार विशेष रूप से शामिल है। यह कई गुट निरपेक्ष आंदोलन के सदस्य देशों में कामयाबी के साथ चलाया जा रहा है।
यह बहुत महत्वपूर्ण कि गुट निरपेक्ष आंदोलन के देश प्रौद्योगिकीय उन्नति से होने वाले स्वास्थ्य लाभों को प्राप्त करने के लिए मिलकर काम करें। हमें गुट निरपेक्ष आंदोलन के मंच का विश्व स्वास्थ्य नीतियों को समर्थन देने के लिए मजबूती के साथ उपयोग करना चाहिए ताकि सदस्य राष्ट्रों में स्वास्थ्य असमानता कम हो सके। इसके साथ ही, चूंकि हम विश्व की आधी आबादी का प्रतिनिधित्व करते हैं इसलिए हमें नई दवाओं और चिकित्सीय प्रौद्योगिकियों के निर्माण के लिए अपनी सामूहिक शक्ति का इस्तेमाल करना चाहिए ताकि हमारी आबादी को सस्ते दरों पर ये प्राप्त हो सकें।
यह भी महत्वपूर्ण है कि हम अंतर्राष्ट्रीय एजेंसियों और अन्य हितधारकों के साथ ट्रिप्स तथा अन्य अंतर्राष्ट्रीय प्रावधानों के तहत कारोबारी संबंधों को बढ़ाने के लिए एक सक्रिय समूह के रूप में काम करें ताकि जरूरी और कैंसर रोधी दवाओं तक हमारी पहुंच हो सके। इस संदर्भ में भारत गुट निरपेक्ष आंदोलन सदस्य राष्ट्रों के साथ मिलकर काम करता रहेगा।
भारत का प्रमुख ध्यान इस समय वायरल, बैक्टेरियल और पैरासिटोलोजिकल जैसे संक्रमणीय रोगों तथा मधुमेह और कैंसर जैसे असंक्रमणीय रोगों की रोकथाम में इस्तेमाल किये जाने वाले सभी प्रकार के निदान, उपचार और औषधियों के विकास में तेजी लाना है। हमारा दीर्घकालिक लक्ष्य है कि हम इन्हें निचले और मध्यम आय वाले देशों के लोगों को सस्ती दरों पर उपलब्ध करा सकें। इस संबंध में हम गुट निरपेक्ष आंदोलन देशों के साथ स्वास्थ्य अनुसंधान के क्षेत्र में बड़े योगदान का प्रस्ताव करते हैं।
स्वास्थ्य के लिए प्रकृति के साथ ताल मेल, स्वस्थ जीवन शैली और अति से बचना जरूरी होता है। भारत के माननीय प्रधानमंत्री महामहिम श्री नरेन्द्र मोदी ने पिछले वर्ष सितंबर में संयुक्त राष्ट्र आम सभा में आह्वान किया था कि योग को स्वस्थ और बेहतर जीवन शैली के लिए मान्यता दी जाए। मुझे यह जानकर प्रसन्नता है कि इस संबंध में संयुक्त राष्ट्र आमसभा ने प्रस्ताव पास किया, जिसे 177 देशों ने 21 जून को अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस के रूप में मनाये जाने के लिए सह प्रायोजन प्रदान किया। मैं इस अवसर पर शाम साढ़े छह बजे, मेरे द्वारा आयोजित भोज के ठीक पहले, ‘सब के लिए योग और स्वास्थ्य के लिए योग’ नामक फोटो प्रदर्शनी में आपको आमंत्रित करता हूं।
अंत में, मुझे पूरा भरोसा है कि हमारी आज की चर्चा से स्वास्थ्य संबंधी हमारे साझा विचारों को बल मिलेगा। भारत साझा हितों के स्वास्थ्य संबंधी मुद्दों पर गुट निरपेक्ष आंदोलन के देशों के साथ नजदीकी सहयोग करता रहेगा।
 
धन्यवाद अध्यक्ष महोदय       

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