पटना / दिल्ली :09.06.2016
हालिया दिनों में देश भर के फार्मासिस्टों ने सक्रियता बढ़ी है वे अपने हक़ के लिए एकजुट हो रहे हैं । अब जरुरत है की देश भर के फार्मासिस्ट एक मंच पर आकर सरकार तक अपनी माँग को रखें । उक्त बातें आईपीजी ए बिहार चेप्टर के अध्यक्ष बिनोद कुमार स्वस्थ भारत डॉट इन से एक बिशेष बातचीत में कही । बिनोद कुमार ने आगे बताया की हर साल की भांति इस साल भी इंडियन फार्मासिस्ट ग्रेजुएट एसोसिएशन 25 जून को वार्षिक अधिवेशन कर आयोजित कर रहा है । इस आयोजन में देश भर के फार्मासिस्ट समेत, एफडीए के बरिष्ठ अधिकारी शरीक हो रहे है। गवर्नमेंट कॉलेज ऑफ़ फार्मेसी के छात्र छात्राएं सेमिनार को सफल बनाने में जुटे हैं ।
इन मुद्दों पर होती बातचीत
१. केंद्र और राज्य सरकार में सेवारत फार्मासिस्टों का वेतनमान व ग्रेड में संसोधन
२. बिहार व अन्य राज्यों में प्रयोगशाला का विस्तार
३. उपकेंद्रों में फार्मासिस्टों की नियुक्ति
४. फार्मेसी के छात्रों को स्कॉलरशिप
५. ड्रग इंस्पेक्टरों की नियुक्ति
६. फार्मेसी काउंसिल का चुनाव
८. निजी अस्पतालों और मेडिकल स्टोर में फार्मासिस्ट की उपस्थिति की अनिवार्यता व अन्य
IPGA के राष्ट्रीय कार्यकारिणी के सदस्य करेंगे सिरकत
आईपीजीए सेंट्रल कमिटी के वाईस चेयरमैन श्रीपति सिंह ने बताया की 25 जून की सुबह दिल्ली व अन्य शहरों से राष्ट्रीय कार्यकारिणी के सदस्य पटना पहुंच रहे हैं श्रीपति सिंह ने बताया की ड्रग कंट्रोलर जनरल ऑफ़ इंडिया डॉ. जी. एन. सिंह के आने की प्रबल सम्भावना है । इस कार्यक्रम में बिहार के मुख्यमंत्री, स्वास्थ्य मंत्री समेत कई मंत्रियों को भी न्योता दिया है।
साइंटिफिक सेमिनार में फार्मेसी के स्टूडेंट्स को भाग लेने की अपील
बिनोद कुमार ने बिहार व झारखण्ड के फार्मेसी के छात्र छात्राओं से साइंटिफिक सेमिनार में हिस्सा लेने की अपील की है। श्री कुमार ने बताया की हर साल उनकी संस्था इस तरह की आयोजन करती है ताकि यूवाओं में कौशल का विकास हो सके।