स्वस्थ भारत मीडिया
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दशक की ओर कदम बढ़े ‘स्वस्थ भारत’ के

स्वस्थ भारत के साथियों के नाम पत्र

स्वस्थ भारत परिवार से जुड़े सभी अग्रजों को प्रणाम, अनुजों को प्यार!
स्वस्थ भारत (पंजी न्यास) 28 अप्रैल, 2024 को अपनी स्थापना का 9 वर्ष पूर्ण करने जा रहा है। हम दसवें वर्ष में प्रवेश करेंगे। 2012 में शुरू हुए स्वस्थ भारत अभियान से लेकर 2015 में स्थापित स्वस्थ भारत (न्यास) की यात्रा के आप सभी गवाह रहे हैं। हम सबने मिलकर देश में स्वास्थ्य के प्रति एक सार्थक एवं सकारात्मक जागरूकता लाने की कोशिश की है। इस कोशिश में हम बहुत मायने में सफल भी रहे हैं। दवाओं की कीमतों को कंट्रोल करने की बात हो, सस्ती दवा की उपलब्धता के रूप में जेनरिक दवा के प्रति लोगों को जगाने का काम हो, तुलसी के पौधे के गुणों को लोगों के बीच में ले जाने का काम हो या बालिकाओं के स्वास्थ्य को राष्ट्रीय मुद्दा बनाने की बात हो, स्वस्थ भारत ने वह हर मुद्दा उठाया है, जिससे भारत को स्वस्थ भारत की ओर ले जाया जा सके।
सीमित संसधानों के बीच बीते 12 वर्षों का सफर आसान नहीं रहा है। जिस दबाव में दोनों स्वस्थ भारत यात्राएं हुई, वह आप सभी जानते हैं। यह सच है कि दबाव में किए गए कार्य का प्रभाव भी बहुत प्रभावी होता है और हमलोगों की मेहनत का प्रतिफल है कि आज स्वास्थ्य राष्ट्रीय मुद्दा बन चुका है। आज राजनीतिक पार्टियों को स्वास्थ्य विषयक बिंदुओं को अपने घोषणापत्र में शामिल करना पड़ रहा है। यह एक सकारात्मक संकेत है।
भारत के स्वास्थ्य चिंतन को एक दिशा देने के लिए पिछले वर्ष से स्वास्थ्य संसद के रूप में एक वार्षिक आयोजन करने पर सहमति बनी थी और इस आलोक में पहला स्वास्थ्य संसद माखनलाल चतुर्वेदी राष्ट्रीय पत्रकारिता एवं संचार विश्वविद्यालय, भोपाल के संयुक्त तत्वावधान में किया गया।
इसके पूर्व स्वस्थ भारत के स्थापना दिवस को स्वास्थ्य चिंतन शिविर के रूप में मेवाड़ विश्वविद्यालय में किया गया था। इसी कड़ी में इस वर्ष भी स्वास्थ्य संसद करने की तैयारियां चल रही है। विगत वर्षों की भांति इस वर्ष भी आप सभी का स्नेह एवं आशीर्वाद अपेक्षित है।
जैसा कि आप सभी जानते हैं कि स्वस्थ भारत की बातों को और सशक्त तरीके से लोगों के बीच में ले जाने के लिए संसाधनों की जरूरत है। सीमित संसाधनों में हमलोगों ने जितना किया वह अनुकरणीय है, लेकिन सच्चाई यह है कि इस अभियान को और विस्तार देने की जरूरत है। स्वास्थ्य के प्रति सकारात्मक जागरुकता फैलाने वाले कारकों की तुलना में स्वास्थ्य खराब करने वाले कारक ज्यादा प्रभावी प्रतीत हो रहे हैं।
इन कारकों के दुष्प्रभावों से लोगों को अवगत कराना हमारी महती जिम्मेदारी है और इस जिम्मेदारी को ज्यादा बेहतर तरीके से निर्वहन करने के लिए संसाधनों की जरूरत है। इसे आगे बढ़ाने के लिए आप सबके तन-मन-धन की आवश्यकता है। साथ ही हमें कुछ ऐसे स्वयंसेवकों की आवश्यकता है जो इस अभियान के लिए सप्ताह में एक दिन का समय निकालें। हम चाहते हैं कि देश के प्रत्येक पंचायत में हमारे कम से कम पांच स्वास्थ्य मित्र हों और उन्हें पब्लिक हेल्थ की प्राथमिक जानकारी हो। ऐसी ही बहुत सी ऐसी योजनाएं हैं जिनको पूरा करने के लिए आप सबके समय एवं धन की आवश्यकता है।
जब हम संस्थागत रूप से 10वें वर्ष में प्रवेश कर रहे हैं, हम चाहते हैं कि संस्थागत विस्तार भी हो। देश के प्रत्येक राज्य में स्वस्थ भारत की इकाई बनाई जाए। इसके लिए जरूरी है स्वास्थ्य विषयों के जानकार मित्र आगे आएं और अपने-अपने क्षेत्रों में स्वस्थ भारत के संदेश को आगे बढ़ाने में मदद करें।
बातें तो बहुत है लेकिन फिलहाल इतना ही। इस पत्र के साथ संस्था का अकाउंट नंबर भी साझा कर रहा हूं। जो मित्र साथी संस्था को आर्थिक रूप से सहयोग करना/कराना चाहते हैं वे आगे आएं।

संस्था का खाता विवरण
खाताधारक- स्वस्थ भारत/Swasth Bharat
खाता संख्या-9311889366
IFAC-KKBK0000214
खाता प्रकार-चालू (करेंट)
बैंक- कोटक महिन्द्रा बैंक, नई दिल्ली

मुझे आशा ही नहीं बल्कि पूर्ण विष्वास है कि आप सभी स्वस्थ भारत के इस कारवां को आगे बढ़ाने में बढ़-चढ़कर हिस्सा लेंगे।

आप स्वस्थ रहें, स्वस्थ रखें। ढेर सारी मंगलकामनाएं।

आपका
आशुतोष कुमार सिंह
राष्ट्रीय संयोजक, स्वस्थ भारत अभियान
चेयरमैन, स्वस्थ भारत (पंजी. न्यास)

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