5वें जनऔषधि दिवस पर सप्ताह भर के कार्यक्रम
अजय वर्मा
नयी दिल्ली। देशभर में 5वां जनऔषधि दिवस मनाया जा रहा है जिसका थीम है जनऔषधि-सस्ती भी, अच्छी भी। एक सप्ताह के इस आयोजन में कई कार्यक्रम हो रहे हैं जिसके तहत 34 प्रतिज्ञा यात्रा निकल रही है। इसमें 8 का नेतृत्व संसद सदस्य कर रहे हैं। इसके अलावा डॉक्टर्स समेत 50 हजार से अधिक लागों ने जेनेरिक दवाओं के सेवन का संकल्प लिया है। इसका आयोजन स्वास्थ्य मंत्रालय और फार्माक्यूटिकल्स एंड मेडिकल डिवाइस ब्यूरो ऑफ इंडिया ने किया है।
जागरूकता के लिए दो ट्रेनों को हरी झंडी
जानकारी के मुताबिक 1 मार्च से ही कई कार्यक्रम आयोजित किये जा रहे हैं। पहले दिन जनऔषधि अभियान यात्रा निकाली गई। 2 मार्च को जनऔषधि प्रतिज्ञा यात्रा निकली। ऐसी यात्राओं का मकसद जेनेरिक दवाओं के प्रति जागरुकता फैलाना रहा। मंत्रालय का मानना है कि इन दवाओं के प्रति लोगों में आकषर्ण बढ़ा है। चालू वित वर्ष में 1100 करोड़ की जेनेरिक दवा खरीदी गई हैं। 3 मार्च को हेल्थ मिनिस्टर मनसुख मांडविया और रेल मंत्री अष्विनी वैष्णव ने संयुक्त रूप से जनऔषधि ट्रेन (छत्तीसगढ़ संपर्कक्रांति एक्सप्रेस) को हरी झंडी दिखाकर रवाना किया। यह दो महीने तक चार राज्यों में जेनेरिक दवाओं के लिए जागरुकता फैलायेगी। ऐसी ही दूसरी ट्रेन पुणे से दानापुर के लिए इतनी ही अवधि के लिए चलायी गई है। महिलाओं के हेल्थ पर एक दिन समर्पित रहा और विभिन्न शहरों में 3500 महिलाओं के बीच उनके हेल्थ से संबंधित सामग्री वितरित की गई।
स्टेशनों पर खुलेंगे जनऔषधि केंद्र
एक ऐसे ही आयोजन के दौरान स्वास्थ्य मंत्री डॉ. मांडविया ने दुहराया कि जनऔषधि केंद्रों की संख्या दिसंबर 2023 तक 10 हजार की जा रही हैं। अभी 9 हजार केंद्र हैं। उन्होंने यह घोषणा भी की कि यात्रियों की सुविधा के लिए रेल मंत्रालय कुछ बड़े स्टेशनों पर जनऔषधि केंद्र खोलने जा रहा है।