वैश्विक स्वास्थ्य संरचना पर जी7 मंत्रिस्तरीय बैठक में शामिल हुए स्वास्थ्य मंत्री
नयी दिल्ली (स्वस्थ भारत मीडिया)। केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री डॉ. मनसुख मांडविया ने जापान के नागासाकी में वैश्विक स्वास्थ्य संरचना पर G7 स्वास्थ्य मंत्रिस्तरीय बैठक को संबोधित किया। इसका आयोजन वैश्विक स्वास्थ्य चुनौतियों और भविष्य की स्वास्थ्य आपात स्थितियों के लिए तैयारी आदि पर किया गया था। बैठक में जी7 देशों के स्वास्थ्य मंत्री और आउटरीच 4 देशों-भारत, इंडोनेशिया, वियतनाम और थाईलैंड को आमंत्रित किया गया था।
चिकित्सा उपायों की पहुंच में असमानता
उन्होंने कहा कि कोविड टीकाकरण कार्यक्रम दिसंबर 2020 से हुआ लेकिन 2 वर्ष से अधिक समय के बाद भी, निम्न और मध्यम आय वाले देशों में से केवल 34 प्रतिशत आबादी का अप्रैल 2023 तक टीकाकरण हुआ जबकि उच्च आय वाले देशों में यह 73 प्रतिशत है। चिकित्सा उपायों तक पहुंच में वैश्विक असमानता का यह उच्च स्तर चिंताजनक है। डॉ. मांडविया ने कहा कि जब किसी स्वास्थ्य आपात स्थिति के प्रबंधन की बात आती है, तो किसी भी देश की राष्ट्रीय स्वास्थ्य प्रणाली वैश्विक स्वास्थ्य प्रणाली पर बहुत अधिक निर्भर होती है। उन्होंने उल्लेख किया कि महामारी ने विश्व स्वास्थ्य संगठन की केंद्रीयता को बनाए रखने की आवश्यकता के साथ-साथ अधिक मजबूत, समावेशी और उत्तरदायी वैश्विक स्वास्थ्य संरचना की आवश्यकता पर बल देते हुए मौजूदा वैश्विक स्वास्थ्य संरचना की कमियों को उजागर किया है।
प्रौद्योगिकी के उपयोग पर हो फोकस
उन्होंने आने वाली चुनौतियों को दूर करने के लिए अधूरे और संकुचित प्रयासों के प्रति आगाह करते हुए स्वास्थ्य समानता को बढ़ावा देने पर विशेष ध्यान देने और वैश्विक स्वास्थ्य सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए सहयोगी प्रयासों की आवश्यकता को रेखांकित किया। महामारी से उत्पन्न कई चुनौतियों के बीच देखभाल की निरंतरता सुनिश्चित करने में डिजिटल समाधान और प्रौद्योगिकी के उपयोग की भूमिका पर भी उन्होंने जोर दिया।