नयी दिल्ली स्वस्थ भारत मीडिया। कोरोना के जारी खतरों के बीच अमेरिका के कई शहरों में एक और गंभीर संक्रमण के मामले रिपोर्ट किए जा रहे हैं, जिसने विशेषज्ञों की चिंता बढ़ा दी है। इसे कोरोना से भी ज्यादा घातक और अधिक मृत्युदर वाला बताया जाता है। यूएस सेंटर फॉर डिजीज कंट्रोल एंड प्रिवेंशन (CDC) ने हाल ही स्वास्थ्य अलर्ट में कहा कि कई शहरों में निसेरिया मेनिंगिटिडिस (Neisseria Meningitidis) बैक्टीरिया के कारण गंभीर रोग और अस्पतालों में भीड़ बढ़ने की सूचना मिली है। ये जीवाणु संक्रमण मेनिंगोकोकल (Meningococcal) नामक रोग का कारण बनता है। 30-60 वर्ष की आयु के लोगों में इसका खतरा अधिक हो सकता है। मेनिंगोकोकल मस्तिष्क, रीढ़ की हड्डी और रक्त को प्रभावित करती है और इसका मृत्युदर भी अधिक देखा जाता रहा है।
राजस्थान में Mumps का कहर
Mumps वायरस ने राजस्थान में कई लोगों को अपनी चपेट में ले लिया है। राजधानी जयपुर में मंप्स से संक्रमित 6 लोग अब तक हमेशा के लिए बहरे हो चुके हैं। कई लोगों को इस वायरस के चलते कम सुनाई देने लगा है। अब तक सामने आए मामलों में 6 लोगों पर सबसे बुरा असर हुआ है। इनमें दो बच्चे भी शामिल हैं। मंप्स वायरस से होने वाला संक्रमण या बीमारी आमतौर पर बच्चों में होती है लेकिन अब इसकी चपेट में बड़े भी आ रहे हैं। खांसने और छींकने से यह वायरस फैलता है।
चिप लगाकर खेला शतरंज
एलन मस्क की दिमाग़ी चिप बनाने वाली कंपनी न्यूरालिंक ने अपने वीडियो में उस मरीज़ को दिखाया है जो सिर्फ अपने विचारों से ऑनलाइन शतरंज और वीडियो गेम खेल सकता है। इंटरनेट पर इसे खूब शेयर किए जा रहा है। वीडियो में मरीज़ ने अपना परिचय 29 वर्षीय नोलैंड अरबॉघ के रूप में दिया, जो एक डाइविंग दुर्घटना के बाद कंधे से नीचे लकवाग्रस्त हो गया था। उन्हें अपने लैपटॉप पर शतरंज खेलते और न्यूरालिंक डिवाइस का उपयोग करके कर्सर को घुमाते हुए देखा जा सकता है।