नयी दिल्ली (स्वस्थ भारत मीडिया)। जैसे-जैसे टीबी उन्मूलन की समयसीमा करीब आ रही है बीमारू कहे जाने वाले राज्यों में ठीक होने की दर राष्ट्रीय आंकड़ों से पिछड़ने लगी है। अभी टीबी के ठीक होने की दर 27.8 फीसद है, जबकि 11 राज्य राष्ट्रीय औसत से पीछे हैं। इसमें बिहार, यूपी और दिल्ली भी है। इसके अलावा एमपी, राजस्थान, महाराष्ट्र, असम, पंजाब आदि भी हैं जो राष्ट्रीय आंकड़ों से पीछे चल रहे हैं।
बिहार में ठीक होने की दर 12.2 फीसद
इस बारे में एक रिपोर्ट मीडिया में चल रही है। इसके अनुसार बिहार में ठीक होने की दर सबसे कम 12.2 फीसद है। उसके बाद दिल्ली में 19.6 फीसद, मध्य प्रदेश एवं महाराष्ट्र में 21-21 फीसद और उत्तर प्रदेश में 23 फीसद है। वैसे स्वास्थ्य मंत्रालय के सूत्रों का कहना है कि लंबी उपचार व्यवस्था और ग्रामीण इलाकों से पर्याप्त आंकड़े नहीं मिलने के कारण भी इन राज्यों में राष्ट्रीय आंकड़ों से अंतर संभव है।
कई राज्यों में इलाज दर राष्ट्रीय औसत से अधिक
दूसरी ओर कई राज्यों में इलाज दर राष्ट्रीय औसत से अधिक है। इसमें लक्षद्वीप, पश्चिम बंगाल, सिक्किम, ओडिशा, तमिलनाडु, तेलंगाना, कर्नाटक, आंध्र प्रदेश, केरल और गुजरात आदि 25 राज्य हैं। भारत ने वैश्विक लक्ष्य से पांच साल पहले ही साल 2025 तक टीबी उन्मूलन उन्मूलन का लक्ष्य रखा है। विश्व स्वास्थ्य संगठन के मुताबिक कोविड-19 के बाद संक्रमण से होने वाली मौत का दूसरा बड़ा कारण टीबी है।