नयी दिल्ली (स्वस्थ भारत मीडिया)। केंद्रीय सड़क परिवहन और राजमार्ग मंत्री नितिन गडकरी ने मानव अंग को अन्य अस्पताल तक समय पर पहुंचाने के लिए इंडियन ड्रोन टेक्नोलॉजी की योजना बनायी है। इससे न केवल समय बचेगा बल्कि अंग लेने में देरी रोककर मरीज की जान भी बचायी जा सकेगी। इस बारे में मंत्री ने पहले प्रोटोटाइप को पेश किया है।
ड्रोन कंपनी के साथ समझौता
चल रही खबरों के मुताबिक ड्रोन टेक्नोलॉजी के प्रोटोटाइप को डेवलप करने में शामिल रहे एमजीएम हेल्थकेयर के निदेशक डॉ. प्रशांत राजगोपालन ने कहा कि फिलहाल ड्रोन का इस्तेमाल ऑर्गन वाले बॉक्स को 20 किमी. की दूरी तक ले जाने के लिए किया जा सकता है। उनके अस्पताल ने ऑर्गन को एक स्थान से दूसरे स्थान पर ले जाने के लिए शहर की एक ड्रोन कंपनी के साथ समझौता किया है। उन्होंने कहा कि इसका उद्देश्य ऑर्गन के ट्रांसपोर्ट में क्रांति लाना है।
समय की होगी बचत
ड्रोन के उपयोग से हवाई अड्डे से अस्पताल तक मानव अंग को ले जाने में काफी कम समय लगेगा जबकि अभी हवाई अड्डे से सड़क मार्ग के जरिये अंगों को ले जाने में अपेक्षाकृत अधिक समय लगता है।