नयी दिल्ली (स्वस्थ भारत मीडिया)। राष्ट्रपति श्रीमती द्रौपदी मुर्मु ने 4 अप्रैल को IIT बॉम्बे में कैंसर उपचार के लिए भारत की पहली घरेलू जीन थेरेपी लॉन्च की। इसका नाम CAR-T cell Therapy है जो कैंसर इम्यूनोथेरेपी उपचार है। इससे इलाज का खर्च अन्य थेरेपी की तुलना में 90 फीसद कम पड़ेगा।
कैंसर के लिए भारत की सफलता
राष्ट्रपति ने कहा कि भारत की पहली जीन थेरेपी की शुरूआत कैंसर के खिलाफ हमारी लड़ाई में बड़ी सफलता है। यह संपूर्ण मानव जाति के लिए आशा की नई किरण प्रदान करती है। उन्होंने विश्वास व्यक्त किया कि यह थेरेपी अनगिनत मरीजों को नवजीवन देने में सफल होगी। राष्ट्रपति ने कहा कि इसेे चिकित्सा विज्ञान के क्षेत्र में अभूतपूर्व प्रगति में से एक माना जाता है। यह कुछ समय से विकसित देशों में उपलब्ध है लेकिन यह बेहद महंगी है और दुनिया भर के अधिकांश रोगियों की पहुंच से बाहर है। जबकि आज लॉन्च की जा रही थेरेपी दुनिया की सबसे सस्ती CAR-T cell Therapy है। यह मेक इन इंडिया पहल आत्मनिर्भर भारत का उदाहरण है।
तीन दशक की मेहनत रंग लायी
इसे इम्यूनोएसीटी के सहयोग से इाइआईटी बॉम्बे और टाटा मेमोरियल अस्पताल के समन्वय से विकसित किया गया है। यह शिक्षा-उद्योग साझेदारी का एक सराहनीय उदाहरण है। पिछले तीन दशकों में अनुसंधान और विकास पर दिए गए फोकस से यह संभव हुआ है।