नयी दिल्ली (स्वस्थ भारत मीडिया)। Mpox के फैले प्रकोप के बीच WHO ने पहली बार वैक्सीन को मंजूरी दी है। यह बवेरियन नॉर्डिक की वैक्सीन है। यह 18 वर्ष और उससे अधिक उम्र के सभी वयस्कों में चेचक, Mpox और संबंधित ऑर्थाेपॉक्सवायरस संक्रमण के खिलाफ टीकाकरण के लिए प्रभावी है।
एक महीने में लेने होंगे दो शॉट्स
इस वैक्सीन को एक महीने के अंतराल पर दो डोज के इंजेक्शन के रूप में दिया जा सकता है। रिपोर्ट के अनुसार WHO ने कहा है कि उपलब्ध आंकड़ों से पता चलता है कि एक्सपोजर से पहले दी गई एकल खुराक एमवीए-बीएन वैक्सीन लोगों को Mpox से बचाने में अनुमानित 76 फीसद प्रभावी है, जबकि दो खुराक वाली वैक्सीन 82 फीसद प्रभावी है। WHO के महानिदेशक डॉ. टेड्रोस एडनोम घेब्येयियस ने कहा कि इसकी मंजूरी अफ्रीका में मौजूदा प्रकोप और भविष्य दोनों के संदर्भ में एक महत्वपूर्ण कदम है। उन्होंने सब तक समान पहुंच सुनिश्चित करने के लिए खरीद, दान और वितरण को बढ़ाने की आवश्यकता पर बल दिया।
प्रभावशीलता दर पर भरोसा
बीएमजे जर्नल में प्रकाशित अध्ययन में कनाडाई टीकाकरण अनुसंधान नेटवर्क के वैज्ञानिकों ने भी इसे प्रभावी माना है और कहा है कि इसे जोखिम वाले समुदायों के लिए उपलब्ध और सुलभ बनाया जाना चाहिए। पिछले अध्ययनों में विभिन्न आबादी में 36 से 86 फीसद तक इसकी प्रभावशीलता दर देखी गई है। इसके एक शॉट से भी सुरक्षा मिल सकती है। दो शॉट को ज्यादा प्रभावी माना जाता है। मालूम हो कि 2022 के बाद से 120 से अधिक देशों में Mpox के 1 लाख 3,000 से अधिक मामलों की पुष्टि हुई है। अकेले 2024 में अफ्रीकी क्षेत्र के 14 देशों में 25,237 संदिग्ध और पुष्ट मामले और 723 मौतें हुई है।