‘मन की बात’ में जिक्र किया प्रधानमंत्री ने
अजय वर्मा
नयी दिल्ली। पीएम नरेंद्र मोदी ने हेल्थ सेक्टर में चुनौती बनी बीमारी मस्क्युलर डिस्ट्रॉफी (Muscular Dystrophy ) का जिक्र करते हुए हिमाचल स्थित उस संस्थान की जानकारी दी जो इसके उपचार में निरंतर लगी है। ़
‘मन की बात’ में किया जिक्र
‘मन की बात’ की 95वीं कड़ी में उन्होंने कहा कि मेडिकल साइंस के क्षेत्र में रिसर्च के साथ तकनीक-उपकरण में भी हमने काफी प्रगति की है लेकिन यह अनुवांशिक बीमारी दवा के साथ सेवा भी खोजती है। इसमें शरीर की मांसपेशियाँ कमजोर होने लगती हैं। रोगी के लिए रोजमर्रा के अपने छोटे-छोटे कामकाज करना भी मुश्किल हो जाता है। लेकिन प्रसन्नता की बात है कि हिमाचल प्रदेश कें सोलन में एक ऐसा केंद्र है जो इसके मरीजों के लिए उम्मीद की नई किरण बना है। इसका नाम है-‘मानव मंदिर’। इसे Indian Association Of Muscular Dystrophy संचालित कर रहा है। मानव मंदिर अपने नाम के अनुरूप ही मानव सेवा की अद्भुत मिसाल है। करीब 50 मरीजों के लिए बेड की सुविधा भी है। फिजियोथेरापी, Electrotherapy और Hydrotherapy के साथ-साथ योग-प्राणायाम की मदद से भी यहां रोग का उपचार किया जाता है।
जागरूकता का अभाव
पीएम ने आगे बताया कि यहां रोगियों के जीवन में सकारात्मक बदलाव लाने का भी प्रयास होता है। इससे जुड़ी एक चुनौती जागरूकता का अभाव भी है। इसीलिए यह केंद्र देशभर में मरीजों के लिए जागरूकता शिविर भी आयोजित करता है। खूबी यह कि इस संस्था का प्रबंधन मुख्य रूप से इस बीमारी से पीड़ित लोग ही कर रहे हैं जैसे सामाजिक कार्यकर्ता उर्मिला बाल्दी जी, संस्थान की अध्यक्ष बहन संजना गोयल जी और इसके गठन में अहम भूमिका निभाने वाले श्रीमान् विपुल गोयल जी। मानव मंदिर को अस्पताल और Research centre के तौर पर विकसित करने की कोशिशें भी जारी हैं। इससे यहां मरीजों को और बेहतर इलाज मिल सकेगा।