नयी दिल्ली (स्वस्थ भारत मीडिया)। दो गर्भाशय और दोनों में बच्चा!……जी हां…आपने सही पढ़ा। अमेरिका की रहने वाली केल्सी हैचर को डॉक्टर ने सारी जांच करने के बाद यही बताया है। ऐसा पांच करोड़ में एक केस मिलता है। दरअसल जन्म से ही उसे यूटरस डिडेल्फिस है जिसमें महिला के शरीर में दो यूटरस होते हैं। अब तीन बच्चों के बाद और 32 साल की उम्र में उन्हें पता चला है कि वे दोनों यूटरस में प्रेग्नेंट हैं। NBC न्यूज ने यह खबर दी है। केल्सी की ड्यू डेट 25 दिसंबर है। केल्सी ने भी इंस्टाग्राम पर यह जानकारी दी है।
पेट में रह गया नट-बोल्ट, लाखों का जुर्माना
सर्जरी के दौरान शरीर के अंदर कुछ-न-कुछ छूट जाना नयी बात नहीं है। लेकिन 12 साल बाद एक महिला के शरीर में नट और बोल्ट पाया गया। सर्जरी पांडिचेरी के एक क्लिनिक में की गई थी। मेडिकल लापरवाही का यह मामला स्थानी उपभोक्ता अदालत होते हुए राष्ट्रीय उपभोक्ता विवाद निवारण आयोग (NCDRC) तक गया और वहां से क्लिनिक तक पहुंचा। उसने महिला को 13.77 लाख रुपये का मुआवजा देने के निचली अदालत के फैसले को बरकरार रखा है। आयोग ने कहा कि महिला उचित मुआवजे की हकदार है। क्लिनिक की सेवा में कमी और लापरवाही के कारण उसे परेशानी और पीड़ा का सामना करना पड़ा।
धागा छोड़ा पेट में तो दो लाख का दंड
इसी तरह हरियाणा के रेवाड़ी के एक डॉक्टर ने महिला के ऑपरेशन के दौरान पेट में धागा छोड़ दिया था। इस मामले में उपभोक्ता अदालत ने डॉक्टर पर दो लाख रुपए का जुर्माना लगाया है। अंजू नाम की महिला ने फैमिली प्लॉनिंग का ऑपरेशन कराया था। उसके दो बच्चे थे लेकिन उनकी एक पुत्री का निधन हो गया था। उसने 2016 में ऑपरेशन को खुलवाने के लिए एक अस्पताल से संपर्क साधा और वहां फैमिली प्लानिंग ऑपरेशन को खोल दिया गया। ऑपरेशन के बाद दो साल तक उसे पेट में असहनीय पीड़ा होती रही और उन्हें गर्भ भी धारण नहीं हुआ। जब दूसरे डॉक्टर से मिली और अल्ट्रासाउंड हुआ तब पता चला कि ऑपरेशन के समय उसके पेट में धागा रह गया था जिससे दर्द रहता था एवं गर्भ धारण नहीं हो रहा था।