नयी दिल्ली (स्वस्थ भारत मीडिया)। शिक्षा मंत्रालय में राज्य मंत्री डॉ. सुभाष सरकार ने दिल्ली में राष्ट्रीय पुरस्कार विजेता विद्यालयों को स्वच्छ विद्यालय पुरस्कार (एसवीपी) 2021-22 प्रदान किया। इस कार्यक्रम में शिक्षा राज्य मंत्री डॉ. राजकुमार रंजन सिंह मुख्य अतिथि थे।
इस बार स्कूलों को भागीदारी बढ़ी
SVP 2021-22 में अभूतपूर्व भागीदारी देखी गई और इसमें पंजीकृत 9.59 लाख विद्यालयों ने हिस्सा लिया। SVP 2021-22 के लिए 9.59 लाख में से 8.23 लाख से अधिक विद्यालयों ने अपने आवेदन जमा किए। इसके बाद जिला और राज्य स्तर पर 4,27,718 योग्य विद्यालयों की मूल्यांकन प्रक्रिया शुरू की गई। इनमें से 606 विद्यालयों को राष्ट्रीय स्तर के पुरस्कारों के योग्य पाया गया। राष्ट्रीय चयन समिति ने SVP 2021-22 के संबंध में विद्यालयों के चयन के लिए 10 अक्टूबर, 2022 को अपनी एक बैठक की। इसमें यूनिसेफ की ओर से तीसरे पक्ष के मूल्यांकन के बाद SVP 2021-2022 को लेकर राष्ट्रीय स्तर के पुरस्कारों के लिए 39 विद्यालयों (समग्र श्रेणी में 34 और उप-श्रेणियों में 5) का चयन किया गया।
ग्रामीण क्षेत्रों से अधिक स्कूल पुरस्कृत
इन चयनित 39 विद्यालयों में से 21 विद्यालय ग्रामीण क्षेत्रों से और 18 विद्यालय शहरी क्षेत्रों से हैं। इसके अलावा इनमें से 28 विद्यालय सरकारी/सरकारी सहायता प्राप्त हैं, जबकि 11 निजी हैं। इन पुरस्कृत विद्यालयों में 2 कस्तूरबा गांधी बालिका विद्यालय के साथ एक नवोदय विद्यालय और 3 केंद्रीय विद्यालय भी शामिल हैं। इन 39 विद्यालयों में से 17 प्राथमिक और 22 माध्यमिक/उच्चतर माध्यमिक विद्यालय हैं। विजेता स्कूलों को नकद पुरस्कार दिया गया।