नयी दिल्ली (स्वस्थ भारत मीडिया)। केंद्रीय आयुष मंत्री सर्बानंद सोनोवाल ने सिलचर में क्षेत्रीय यूनानी चिकित्सा अनुसंधान संस्थान (RRIUM) के अत्याधुनिक परिसर का उद्घाटन किया। यह संस्थान आयुष यूनानी चिकित्सा पर पूर्वाेत्तर में स्थापित पहला केंद्र है। 3.5 एकड़ से अधिक क्षेत्र में फैले इस नए परिसर का निर्माण 48 करोड़ की लागत से किया गया है। परिसर का विकास उद्यम-राष्ट्रीय परियोजना निर्माण निगम (NPCC) द्वारा किया गया है।
आयुष ने स्वीकार्यता बनायी
इस अवसर पर सर्बानंद सोनोवाल ने कहा कि चिकित्सा की आयुष प्रणाली ने महामारी के दौरान लाखों लोगों को लाभान्वित करने के प्रमाणित परिणामों के बाद एक बार फिर से लोगों के बीच इस प्रणाली की स्वीकार्यता में वृद्धि की है। लोगों के जीवन की गुणवत्ता बढ़ाने में चिकित्सा की आयुष प्रणाली की प्रभावशीलता को सिद्ध कर दिया है। इसलिए हम इस चिकित्सा प्रणाली पर कार्य कर रहे हैं जहां आयुष की परंपरागत औषधीय पद्धतियों के साथ श्रेष्ठ समकालीन चिकित्सा का भी सर्वाेत्तम पूरक हो सकता है।
आधुनिक सुविधाओं से लैस है संस्थान
RRIUM का नवनिर्मित परिसर, CCURM के तहत कार्य करेगा। यूनानी चिकित्सा में अनुसंधान के लिए यह शीर्ष सरकारी संगठन है। यह यूनानी चिकित्सा के विभिन्न, मौलिक और व्यावहारिक पहलुओं पर उन बीमारियों के बारे में जो उत्तर पूर्व और विशेष रूप से असम में आम है, वैज्ञानिक अनुसंधान करने के साथ-साथ रोगी देखभाल सेवाओं की विस्तृत श्रृंखला प्रदान करेगा। यह केंद्र कार्डियक, पल्मोनरी, स्ट्रोक, कैंसर और मधुमेह जैसे गैर-संचारी रोगों (NCD) के रोगियों की जांच के लिए भी पूरी तरह सुसज्जित है। बच्चों पर विशेष ध्यान देने के साथ-साथ यह केंद्र स्कूली बच्चों के स्वास्थ्य की जांच भी करेगा और बीमार लोगों को प्रभावी उपचार भी प्रदान करेगा। इस अत्याधुनिक कॉम्प्लेक्स में सामान्य, अनुसंधान, रेजिमेनल, विशेष रेजिमेनल थैरेपी, मदर एंड चाइल्ड हेल्थ (MCH) और जराचिकित्सा के लिए भी विशेष ओपीडी क्लीनिक सुविधाएं उपलब्ध हैं।