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उपलब्धि: देश के 108 जिलों में पहुंचा हर घर जल

नयी दिल्ली (स्वस्थ भारत मीडिया)। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के प्रत्येक ग्रामीण घर को सुरक्षित पेयजल उपलब्ध कराने के दृष्टिकोण के अनुरूप देश ने 50 प्रतिशत ग्रामीण परिवारों तक नल का पानी पहुंचा कर बड़ी उपलब्धि हासिल की है। गोवा, तेलंगाना, अंडमान और निकोबार द्वीप समूह, दादरा एवं नगर हवेली तथा दमन एवं दीव, पुडुचेरी और हरियाणा ने पहले ही शत-प्रतिशत घरों तक नल का पानी पहुंच चुका है। पंजाब, गुजरात, हिमाचल प्रदेश और बिहार में 90 प्रतिशत से अधिक का कवरेज है और ‘हर घर जल‘ का दर्जा प्राप्त करने की दिशा में तेजी से प्रगति कर रहे हैं।

2024 तक हर ग्रामीण के घर पहुंचेगा पानी

जानकारी के मुताबिक राज्यों-केंद्रशासित प्रदेशों में रहने वाले 9.59 करोड़ से अधिक ग्रामीण परिवारों को उनके परिसरों में पानी मिल रहा है। ये परिवार अब पानी की तलाश में लंबी दूरी तय करने के सदियों पुराने परिश्रम से मुक्त हो गए हैं। ‘हर घर जल‘ केंद्र सरकार का एक प्रमुख कार्यक्रम है। 2024 तक हर ग्रामीण घर में नल के पानी का कनेक्शन सुनिश्चित करने का लक्ष्य है। 2019 में जल जीवन मिशन की शुरुआत के समय, केवल 3.23 करोड़ घरों में यानी 17 प्रतिशत ग्रामीण जनसंख्या के पास नल के माध्यम से पीने का पानी उपलब्ध था। जल जीवन मिशन के शुभारंभ और उनके परिसरों में नल के पानी के कनेक्शन तक पहुंच बढ़ने के बाद काफी सुधार देखा गया है। 27.05.2022 तक 108 जिले के 1,222 ब्लॉक, 71,667 ग्राम पंचायत और 1,51,171 गांव ‘‘हर घर जल‘‘ बन गए हैं।

वॉश प्रबुद्ध गांव का लक्ष्य

इस वर्ष जब देश ‘आजादी का अमृत महोत्सव‘ मना रहा है, ‘वॉश प्रबुद्ध गांव‘ का लक्ष्य प्राप्त करने के लिए पीने के पानी से संबंधित मुद्दों पर चर्चा और विचार-विमर्श करने के लिए देश भर में विशेष ग्राम सभाएं बुलाई जा रही हैं। जल जीवन मिशन (JJM) के तहत राज्य सरकार द्वारा पंचायतों को सामुदायिक जुड़ाव, पानी समितियों का क्षमता निर्माण और ओ एंड एम गतिविधियों को लागू करने में सहयोगी एजेंसियों (ISA) के माध्यम से सहायता प्रदान की जाती है।

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