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कोरोना से अनाथ हुए बच्चों के लिए केंद्र सरकार की नयी योजना

नयी दिल्ली (स्वस्थ भारत मीडिया)। कोरोना महामारी के दौरान माता या पिता अथवा दोनों को खोने वाले अनाथ हो चुके बच्चों के लिए पीएम केयर्स फॉर चिल्ड्रन योजना शुरू की गयी है। इसके तहत ऐसे बच्चों को छात्रवृत्ति समेत कई अन्य सुविधाएं मिलेंगी। फरवरी 2022 में इस योजना ने आकार लिया और 30 मई 2022 को सरकार के 8 साल पूरे होने के दिन इसके लाभ का वितरण हुआ। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने वीडियो कॉन्फ्रेंस के माध्यम से इसकी शुरुआत की।

मिलेंगे कई तरह के भत्ते

सामाजिक न्याय और अधिकारिता मंत्रालय ने ऐसे बच्चों को शिक्षा जारी रखने के लिए छात्रवृत्ति भत्ता 20 हजार रुपये हर साल मिलेगा। इसमें 1,000 रुपये प्रति माह मासिक भत्ता और स्कूल की फीस, किताबों व वर्दी की लागत, जूते और अन्य शैक्षिक उपकरण के लिए 8000 रुपये का वार्षिक शैक्षणिक भत्ता शामिल होगा। पहली कक्षा से 12वीं कक्षा पास करने तक बच्चों को छात्रवृत्ति डीबीटी के माध्यम से वितरित की जाएगी। योजना के तहत 2022-23 के दौरान 7.89 करोड़ रुपये की राशि से 3,945 बच्चों को लाभान्वित किया गया है। इसके अलावा पीएम केयर्स अकाउंट की पासबुक, बच्चों की स्वास्थ्य देखभाल और उनका मुफ्त इलाज सुनिश्चित करने के लिए स्वास्थ्य कार्ड आदि भी दिये गये।

एजुकेशन लोन में भी मदद

इस मौके पर प्रधानमंत्री ने कहा कि यह योजना कोरोना प्रभावित बच्चों की मुश्किलों को कम करने का एक छोटा सा प्रयास भर है। उन्होंने बताया कि अगर किसी को प्रोफेशनल कोर्स या उच्च शिक्षा के लिए एजुकेशन लोन की जरूरत है तो उसमें भी पीएम केयर्स मदद करेगा। अन्य दैनिक जरूरतों के लिए भी अन्य योजनाओं के माध्यम से उनके लिए हर माह 4 हजार रुपये की व्यवस्था की गई है। 23 वर्ष की आयु प्राप्त करने पर 10 लाख रुपये के अलावा मनोवैज्ञानिक और भावनात्मक मदद के लिए बच्चों को आयुष्मान कार्ड के माध्यम से स्वास्थ्य बीमा और संवाद हेल्पलाइन के माध्यम से भावनात्मक परामर्श भी दिया जाएगा।

केरल के 112 बच्चों को लाभ

विदेश राज्य मंत्री वी. मुरलीधरन ने आज तिरुवनंतपुरम जिले में पात्र बच्चों को पीएम केयर्स फॉर चिल्ड्रन के तहत लाभ का वितरण किया। इस जिले के ऐसे 11 बच्चों में आठ बच्चों की उम्र 18 साल से कम है। केरल के कुल 112 बच्चे सहायता प्राप्त कर रहे हैं।

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