नयी दिल्ली (स्वस्थ भारत मीडिया)। केंद्रीय स्वास्थ्य सचिव अपूर्व चंद्रा और नॉर्वे की उप राजदूत सुश्री मार्टीन आमदाल बोथीम ने विभिन्न स्वास्थ्य योजनाओं में सहयोग बढ़ाने के लिए नॉर्वे इंडिया पार्टनरशिप इनिशिएटिव (NIPI) के चौथे चरण के दस्तावेजों पर हस्ताक्षर किए। 2006 में शुरू हुई इस पहल के तहत ओडिशा, बिहार, राजस्थान, मध्य प्रदेश और जम्मू-कश्मीर सहित विभिन्न भारतीय राज्यों को मातृ एवं शिशु स्वास्थ्य देखभाल के संदर्भ में सुविधाएं बढ़ाने के लिए समर्थन मिला है।
भारतीय मसालों का कराया पेटेंट
IIT मद्रास के शोधकर्ताओं ने उन भारतीय मसालों के इस्तेमाल का पेटेंट कराया है, जो कैंसर जैसी जानलेवा बीमारियों के उपचार में कारगार साबित हो सकते हैं। औषधीय गुणों वाले इन मसालों के इस्तेमाल से बनने वाली दवाइयां 2028 तक बाजार में उपलब्ध होने की संभावना है। भारतीय मसालों से बनी नैनो दवाइयों ने लंग, ब्रेस्ट, कोलन, सर्वाइकल, ओरल और थायरॉयड में कैंसर कोशिकाओं (सेल्स) पर असर दिखाया है। अब नैदानिक परीक्षणों (क्लिनिकल ट्रायल) की योजना बनाई जा रही है।