नयी दिल्ली (स्वस्थ भारत मीडिया)। ट्यूबरक्लोसिस वैक्सीन MTBVAC का क्लिनिकल ट्रायल भारत में शुरू हो गया है। इससे सरकार को टीबी उन्मूलन का लक्ष्य पाने में मदद मिलेगी। इसे हैदराबाद की कंपनी भारत बायोटेक स्पेनिश बायोफार्मास्युटिकल कंपनी बायोफैब्री के साथ मिलकर बना रही है।
लंबे शोध के बाद काम बढ़ा
मीडिया रिपोर्ट के अनुसार इंसानों से टीबी के वायरस को अलग कर उन्हें कमजोर कर टीके में इस्तेमाल करने वाला यह पहला ट्रायल है। निर्माताओं के मुताबिक MTBVAC की सुरक्षा और दक्षता का मूल्यांकन करने के लिए परीक्षण अगले साल शुरू होगा। बायोफैब्री के सीईओ एस्टेबन रोड्रिग्ज और भारत बायोटेक के कार्यकारी अध्यक्ष कृष्णा एला के अनुसार तीन दशकों से अधिक के शोध के बाद देश में युवकों और नाबालिग में ट्रायल करने के लिए यह एक बड़ा कदम है जहां दुनिया के 28 प्रतिशत टीबी के मामले सामने आते हैं। अभी टीबी के लिए सिर्फ टीका BCG है जो काफी पुराना है। यह फेफड़े से संबंधित टीबी पर ज्यादा असरदार भी नहीं है।