आयुष्मान भारत डिजिटल मिशन : 50 लाख से अधिक लोगों ने उठाया Scan and share सेवा का लाभ
नयी दिल्ली (स्वस्थ भारत मीडिया)। आयुष्मान भारत डिजिटल मिशन ने एक महत्वपूर्ण उपलब्धित हासिल की है। ABDM के अंतर्गत ABHA-सक्षम Scan and Share सेवा के माध्यम से 50 लाख से अधिक लोगों ने अपना ओपीडी पंजीकरण कराया है। यहां ध्यान देने वाली बात यह है कि इस सेवा का उपयोग करने वालों को फॉर्म भरने के लिए पंक्तियों में खड़ा नहीं होना पड़ता है। उनका फॉर्म डिजटली भर दिया जाता है।
इस सेवा का उपयोग करने वालों की संख्या लगातार बढ़ रही है। इस सेवा के शुरू होने के आठ महीनों के भीतर ही इसका उपयोग 50 लाख से अधिक मरीजों ने किया है। इस सेवा का उपयोग करने वाले शीर्ष तीन राज्यों में उत्तर प्रदेश, कर्नाटक और दिल्ली है। देश भर में ABDM से जुड़े 1746 अस्पतालों में यह सेवा उपलब्ध है।
आइए जानें यह कैसे काम करता है
स्कैन और शेयर अपनी जानकारी साझा करने का एक सरल एवं डिजिटल माध्यम है। ABDM से जुड़े हुए अस्पताल अपने रोगी पंजीकरण काउंटरों पर अपने विशिष्ट QR CODE को प्रदर्शित करते हैं। इस सेवा का उपयोग करने के लिए मरीज को सेवा के लिए समर्थित मोबाइल ऐप (वर्तमान में आभा ऐप, आरोग्य सेतु, ड्रिफकेस, पेटीएम, बजाज हेल्थ और एकाकेयर में उपलब्ध) का उपयोग करके क्यूआर कोड स्कैन करना होता है। इसके बाद मरीज अपना आभा (आयुष्मान भारत हेल्थ अकाउंट) बनाता है या अपने मौजूदा आभा अकाउंट में लॉगइन करता है। लॉगइन करने के बाद मरीज फिजिकल रूप से फॉर्म भरे बिना अस्पताल के साथ अपना आभा प्रोफाइल साझा कर, अपना पंजीकरण पूरा कर सकता है। इस पेपरलेस पंजीकरण के परिणामस्वरूप तत्काल टोकन उत्पन्न होता है। इससे एक तो पंजीकरण कराने में लगने वाले समय की बचत होती है, वहीं दूसरी ओर अस्पताल के साथ एक्यूरेट डेटा साझा होता है। इससे नाम, पता एवं अन्य जानकारियों को भरवाते समय होने वाली किसी भी तरह की गलती की आशंका पूरी तरह खत्म हो जाती है।
अधिक जानकारी/आंकड़ों के लिए नीचे दिए गए लिंक पर जाएं।
https://abdm.gov.in@scan-share
https://dashboard.abdm.gov.in/abdm/