नयी दिल्ली (स्वस्थ भारत मीडिया)। अखिल भारतीय आयुर्वेद संस्थान (AIIA) के कौमारभृत्य विभाग द्वारा आयोजित 6 दिवसीय ‘आयुर इन्फॉर्मेटिक्स प्रयोगशाला’ की शुरुआत निदेशक प्रो. (डॉ.) तनुजा नेसरी की ओर से की गई। इस मौके पर निदेशक ने कहा कि यह प्रयोगशाला किसी भी आयुष संस्थान में न्यूनतम समय में स्थापित होने वाली पहली प्रयोगशाला है जो इस क्षेत्र में एक महत्वपूर्ण मील का पत्थर साबित होगी। इस दौरान संस्थान के डीन पीएचडी प्रो. (डॉ.) महेश व्यास; डीन पीजी, प्रो. (डॉ.) आनंद मोरे; एमएस प्रो (डॉ.) आनंद रमन शर्मा; रसशास्त्र एवं भैषज्य कल्पना विभाग के एडिशनल प्रोफेसर (डॉ.) गालिब एवं संस्थान के अन्य संकाय सदस्य शामिल हुए।
7 सितंबर तक कार्यशाला का आयोजन
संस्थान की ओर से इस पर एक कार्यशाला का आयोजन 2 सितंबर से 7 सितंबर तक किया जा रहा है जिसमें NIPER (मोहाली) के प्रो. पी. वी. भारतम समेत देश के 15 राज्यों से आयुर्वेद और अन्य संबंधित क्षेत्रों के लगभग 38 प्रतिभागी हिस्सा ले रहे हैं। इस प्रयोगशाला का उद्देश्य देशभर से आए सहभागियों को प्रयोगात्मक व्याख्यान देना है जो कंप्यूटेशनल तकनीक के माध्यम से डिजिटल डेटा का विश्लेषण, संशोधन कर नवाचार को बढ़ावा देने में सहायक होगा।