नयी दिल्ली (स्वस्थ भारत मीडिया)। ओमिक्रॉन के नये वेरिएंट की दस्तक ने कोरोना की चिंता बढ़ा दी है। वजह यह है कि ठंड का मौसम करीब है ही, सामने दिवाली और छठ जैसे भीड़-भाड़ वाले त्योहार हैं। कोरोना मरीजों की संख्या भी बढ़ रही है। ऐसे में मास्क प्रोटोकॉल जारी रहेगा। केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री मनसुख मंडाविया ने कोरोना वायरस की स्थिति और टीकाकरण अभियान की समीक्षा बैठक की अध्यक्षता की।
कोरोना गाइडलाइन जारी रहेगा
बैठक में यह निर्णय लिया गया कि पूरे देश में मास्क और कोविड उपयुक्त व्यवहार पर नियम जारी रहेगा। बैठक में केंद्रीय स्वास्थ्य सचिव राजेश भूषण, भारतीय चिकित्सा अनुसंधान परिषद (ICMR) के महानिदेशक राजीव बहल, नीति आयोग के सदस्य (स्वास्थ्य) वीके पॉल, टीकाकरण पर राष्ट्रीय तकनीकी सलाहकार समूह (NTAGI) के अध्यक्ष एनके अरोड़ा और जैव प्रौद्योगिकी विभाग के सचिव राजेश एस गोखले सहित शीर्ष अधिकारियों ने भाग लिया।
महाराष्ट्र में संक्रमण बढ़ा
दरअसल महाराष्ट्र में पिछले सप्ताह की तुलना में कोरोना के मामलों में 17.7 प्रतिशत की वृद्धि देखी गई है। वहां नए कोविड मामलों में XBB भी शामिल है। यह ओमिक्रॉन वेरिएंट का एक नया सब-वेरिएंट है, जिसे केरल सहित देश के कुछ अन्य हिस्सों में भी पाया गया है। इसके अलावा, महाराष्ट्र में ओमिक्रॉन-BA-2-3-20 और BQ-1 वेरिएंट के अन्य सब-वेरिएंट भी मिले हैं।
चिंता का कारण
विशेषज्ञों ने चेतावनी दी है कि नये वैरिएंट में तेजी से फैलने की पूरी क्षमता है और दिवाली तक इनकी वजह से एक नई लहर देखने को मिल सकती है। इसमें प्रतिरक्षा को चकमा देने की क्षमता है। यानी टीकाकरण से प्राप्त एंटीबॉडी को चकमा दे सकता है। NTAGI के अध्यक्ष डॉ. एनके अरोड़ा का कहना है कि अगले दो से तीन हफ्ते महत्वपूर्ण हैं।