नयी दिल्ली (स्वस्थ भारत मीडिया)। जापान में Mpox से संक्रमित होने के कारण एक 30 वर्षीय व्यक्ति की मौत हुई है। वहां के स्वास्थ्य मंत्रालय ने इसकी पुष्टि की है। मंत्रालय ने कहा कि वह व्यक्ति इम्युनोडेफिशिएंसी से पीड़ित था। WHO ने Mpox को जुलाई, 2022 में एक वैश्विक स्वास्थ्य आपातकाल घोषित किया था। जबकि इस साल मई में उसने कहा कि Mpox अब ग्लोबल हेल्थ इमरजेंसी नहीं है। ऐसे में जापान का यह ताजा मामला चिंता का विषय बन सकता है।
2011 से 2020 तक भारत रहा नर्म और गर्म
विश्व मौसम विज्ञान संगठन (WMO) द्वारा जारी की गई रिपोर्ट में कहा गया है कि जलवायु परिवर्तन की बिगड़ती स्थिति के चलते भारत के लिए 2011-2020 का दशक नम और गर्म रहा। संयुक्त राष्ट्र जलवायु सम्मेलन COP-28 में रिपोर्ट जारी की गयी थी। रिपोर्ट में कहा गया कि इस अवधि में जलवायु परिवर्तन की दर चिंताजनक रूप से बढ़ी, जो रिकॉर्ड में सबसे गर्म दशक रहा।
भारत में कई दवाएं प्रतिबंधित
भारत में हानिकारक या जानलेवा साबित होने वाली कई दवाओं पर केंद्रीय औषधि मानक नियंत्रण संगठन (CDSCO) समय-समय पर प्रतिबंध लगाती हैं। संगठन ही दवाओं की सुरक्षा और प्रभावकारिता सुनिश्चित करने के लिए जिम्मेदार है। ऐसी दवाओं के निर्माण, बेचने या उपयोग करने की अनुमति नहीं है। Safety concern, उसका अप्रभावी होना, Quality, बिना सुरक्षा मानकों के दवा निर्माण आदि प्रतिबंध के कारण बनते हैं। इसमें कई कैटेगरी की दवाएं होती हैं जैसे एकल दवाएं, मिश्रित तत्वों से बनी दवाएं, इंजेक्शन आदि।