नयी दिल्ली (स्वस्थ भारत मीडिया)। स्वास्थ्य मंत्री डॉ. मनसुख मंडाविया ने यहां दिल्ली में तीन CGHS वेलनेस सेंटरों के साथ-साथ राष्ट्रीय क्षय रोग और श्वसन रोग संस्थान (NIT-RD) में एक रोबोटिक यूनिट राष्ट्र को समर्पित किया। उन्होंने उम्मीद जताई कि रोबोटिक यूनिट से भर्ती मरीजों की स्वास्थ्य देखभाल सुविधाओं में उल्लेखनीय सुधार होगा।
तपेदिक मरीजों को रोबोटिक सर्जरी से लाभ
इस मौके पर उन्होंने कहा है कि 341 केंद्रीय स्वास्थ्य सेवा योजना (CGHS) वेलनेस सेंटर 44 लाख लाभार्थियों को स्वास्थ्य सेवाएं उपलब्ध करा रहे हैं। डॉ. मांडविया ने कहा कि सरकार द्वारा किए गए सुधारों के कारण, केंद्रीय स्वास्थ्य सेवा योजना के अंतर्गत कवर किए गए शहरों की संख्या 2014 में 25 से बढ़कर 2023 में 80 हो गई है और जल्द ही भारत के सौ शहरों तक पहुंच इनकी पहुंच होगी। उन्होंने कहा कि सर्जरी की आवश्यकता वाले तपेदिक रोगियों के लिए स्वास्थ्य सुविधाएं सुनिश्चित करने वास्ते रोबोटिक सर्जरी उन्हें सही देखभाल प्रदान करने में सहायक होगी।
1.6 लाख से अधिक आयुष्मान आरोग्य मंदिर
डॉ. मंडाविया ने कहा कि दुनिया में निर्धारित 10 में से 4 दवाएं भारत में बनी जेनेरिक दवाएं हैं। जन औषधि दवाएं सीजीएचएस कल्याण केंद्रों में भी प्रदान की जाती हैं, न केवल सीजीएचएस लाभार्थियों के लिए, बल्कि सभी के लिए। स्वास्थ्य सेवाओं और बुनियादी ढांचे के परिवर्तन का शुभारंभ करते हुए डॉ. मंडाविया ने इस बात पर जोर दिया कि भारत में 1.6 लाख से अधिक आयुष्मान आरोग्य मंदिर स्थापित हैं। प्रत्येक 10 लाख 60 हजार लोगों पर एक आयुष्मान आरोग्य मंदिर जनता को समग्र स्वास्थ्य उपचार प्रदान करता है।