नयी दिल्ली (स्वस्थ भारत मीडिया)। दिल्ली स्थित विधि विज्ञान प्रयोगशाला में नये विंग साइबर फोरेंसिक लैबोरेट्री-कम-ट्रेनिंग सेंटर का उद्घाटन अतिरिक्त मुख्य सचिव (गृह), दिल्ली सरकार श्री भूपिंदर सिंह भल्ला ने किया।
सइबर अपराधों की रोकथाम होगी
गृह विभाग द्वारा स्थापित विधि विज्ञान प्रयोगशाला में साइबर क्राइम प्रिवेंशन अगेंस्ट वीमेन एंड चिल्ड्रन (CCPWC) योजना के तहत २० लोगो को प्रशिक्षित करने की क्षमता के साथ यह प्रभाग पुलिस अधिकारियों, लोक अभियोजकों और न्यायिक अधिकारियों को प्रशिक्षण प्रदान करने के लिए चालू किया गया है। इस योजना के तहत आवश्यकता के आधार पर विभिन्न प्रशिक्षण कार्यक्रम शुरू किए जाएंगे। इस प्रशिक्षण प्रयोगशाला द्वारा कानून प्रवर्तन एजेंसियों से संबंधित अधिकारियों-कर्मचारियों को महिलाओं और बच्चों के खिलाफ साइबर अपराधों की रोकथाम के संबंध में साइबर फोरेंसिक के क्षेत्र में नवीनतम तकनीक से परिचित कराया जाएगा।
कुशलतापूर्वक जांच में मदद
इस मौके पर श्रीमती दीपा वर्मा, निदेशक, एफएसएल, दिल्ली ने कहा है कि यह प्रशिक्षण प्रयोगशाला कानून प्रवर्तन एजेंसियों को साइबर फोरेंसिक मामलों की कुशलतापूर्वक जांच करने में मदद करेगी। साइबर फोरेंसिक डिवीजन के एचओडी डॉ. वीरेंद्र सिंह ने बताया कि यह वह समय है जब प्रत्येक कानूनी संस्थानों को न केवल अपराध को सुलझाने के लिए, बल्कि अपराध की रोकथाम के आदर्श वाक्य के साथ प्रशिक्षित किया जाना चाहिए। कार्यक्रम में श्री. के.सी. वार्ष्णेय, उप निदेशक, श्री संजीव गुप्ता, क्राइम सीन प्रभाग प्रमुख, श्री अनुराग शर्मा, श्री श्रीनारायण, श्री सर्वेश, डॉ. रजनीश और प्रयोगशाला के अन्य वरिष्ठ अधिकारी भी उपस्थित थे।